नवगछिया : गंगाजल को साक्षी मानकर कसम खाता हूं कि निषाद समाज को आरक्षण दिलवाकर रहूंगा जब तक आरक्षण नहीं मिल जाता तब तक मेरी लड़ाई जारी रहेगी। ऐसे तो बीजेपी लगातार मुझसे संपर्क कर मुख्यमंत्री पद का लालच दे रही है परंतु मुझे किसी राजनीतिक पद या सत्ता का लालच नहीं है। उपरोक्त बातें विकासशील इंसान पार्टी के संरक्षक मुकेश सहनी ने कहा।
इन दिनों वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी पूरे बिहार में घूम कर निषाद आरक्षण को लेकर संकल्प रैली कर रहे हैं। इसी क्रम में नवगछिया में भी बीते मंगलवार को उन्होंने संकल्प रैली को संबोधित करते हुए खुद गंगाजल को साक्षी मानकर कसम खाया और वह मौजूद अपने कार्यकर्ताओं को भी कसम खिलाया कि जब तक निषाद समाज को आरक्षण नहीं मिल जाता तब तक यह लड़ाई जारी रखना है। आरक्षण के बिना हम किसी भी पार्टी से हाथ नहीं मिलाएंगे और ना ही किसी पार्टी का समर्थन करेंगे।
वीआइपी पार्टी प्रमुख इन दिनों चुनाव की तैयारी में जोर-जोर से लगे हुए हैं। आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी जोर शोर से कर रहे हैं साथ हीं लगातार आरक्षण की मांग को लेकर संकल्प यात्रा भी निकाल रहे हैं। उन्होंने निषाद समुदाय को लेकर एक बड़ी महासभा का आयोजन किया जिसमें उन्होंने दशरथ मांझी की भी चर्चा की।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार दशरथ मांझी ने पहाड़ को काटकर रास्ता बना दिया उसी तरह जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं।
उन्होंने कहा है कि बीजेपी पार्टी हमारे संपर्क में लगातार है और वह मुख्यमंत्री पद की भी लालच दे रही है लेकिन जब तक वह हमारे आरक्षण बिल की मांग को स्वीकार नहीं कर लेते तब तक हम उनके सपोर्ट में नहीं जाएंगे। अगर निषाद समुदाय गंगा पार लगाना जानता है तो डूबना भी जानता है। हमें सिर्फ आरक्षण चाहिए जिससे कि हमारा भविष्य, हमारे निषाद परिवार का भविष्य सुधर सके और उज्जवल भविष्य हो सके।