भागलपुर/ निभाष मोदी
ठिठुरते ठंड में प्रशासन की ओर से ना तो अलाव की व्यवस्था है ना ही बांटे गए हैं कंबल
भागलपुर में पछुआ हवा ने ठंड बढ़ा दी है । तापमान में गिरावट आ गई है ।सोमवार को न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस है तो अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस मापा गया है । हवा चलने से कनकनी बढ़ गई है , लोग भी घरों से देर से निकल रहे हैं । 11 बजे के बाद सूर्य निकलने के बाद लोग घरों से निकल रहे हैं, पछुआ हवा चलने से पूरे सूबे में कोहरा छाया रहा, ठंड बढ़ने से लोग घरों में दुबकने के लिए मजबूर हो गए हैं, सर्दी से बचाव के लिए लोगों ने अलाव का सहारा लिया, सड़कों पर आवाजाही भी कम देखी जा रही है, पछुआ हवा चलने से कनकनी बढ़ गई है, लोग गर्म कपड़े पहन कर ही निकल रहे हैं ,पूरा शहर धुंध में लिपटा हुआ है।
शीतलहर को देखते हुए स्कूलों को किया गया बंद
बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए पूरे बिहार के जिलों में धारा 144 के तहत शैक्षिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, बढ़ते ठंड को देखते हुए सभी विद्यालयों के पठन – पठान स्थगित कर दिए गए हैं। जिले के सभी विद्यालयों को तत्काल बन्द कर दिया गया है । भागलपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बढ़ते ठंड को देखते हुए स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है । दरअसल हाल के दिनों में सुबह के समय ठंड और कोहरे के कारण स्कूल जाने में बच्चों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा इसलिए यह कबायत की गई है।
घने कोहरे होने से हाइवे पर वाहन रेंगते आ रहे नजर
कोहरे का जनजीवन पर खासा असर देखने को मिल रहा है, सोमवार को घना कोहरा होने से हाइवे पर वाहन रेंगते नजर आ रहे हैं वहीं ट्रेनें निर्धारित समय से देरी से चल रही है जिससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ,सड़को पर गाड़ियां की बत्ती जला कर लोग चल रहे हैं। धुंध के चलते सड़कों पर विजुवलिटी 8 से 10 मीटर रह गई है ।
ठंड से बचने के लिए चिकित्सकों ने दी नसीहत
वहीं चिकित्सकों का कहना है सर्दी बढ़ने से सांस और हिर्दय रोगियों को परेशानियां हो सकती है इसलिए ऐसे लोगों को घरों से बाहर निकलने में परहेज करनी चाहिए। खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए और गुनगुना पानी का ही सेवन करना चाहिए।
प्रशासन की ओर से न तो अलाव की व्यवस्था की गई है ना ही कंबल की
इस ठिठुरते ठंड में प्रशासन का रवैया पूर्णरूपेण उदासीन है, प्रशासन की ओर से ना तो किसी चौक चौराहों पर अलाव जलाए गए हैं और ना ही ठंड से बचने के लिए कंबल का ही वितरण किया गया है, जिससे राहगीरों और गरीबों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लोगों की भीड़ चाय दुकान पर ज्यादा देखने को मिल रही है।