भागलपुर स्थित बिहार का दूसरा सेंट्रल इंस्टीच्यूट ऑफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सिपेट) में पढ़ाई का रास्ता साफ हो गया है। यह शहर के अलीगंज स्थित स्पिनिंग मिल के समीप बनना है। तीन सितंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस इंस्टीच्यूट का शिलान्यास पटना से वर्चुअल तरीके से करेंगे। इसकी तैयारी के लिए दो-तीन दिन में हाजीपुर सिपेट के निदेशक व प्रमुख अनिल कुमार सिंह भागलपुर पहुंच रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सिपेट इंस्टीच्यूट के लिए सरकार ने अलीगंज स्थित स्पिनिंग मिल के पास आठ एकड़ जमीन मुहैया करायी है। अब शिलान्यास के बाद पढ़ाई शुरू की जाएगी। लॉकडाउन समाप्त होते ही दो माह के अंदर यहां स्किल डेवलपमेंट कोर्स की शुरुआत की जाएगी। इसमें दसवीं व बारहवीं के छात्र-छात्राओं को प्लास्टिक प्रोसेसिंग ऑपरेटर व अन्य दूसरे कोर्स कराये जायेंगे। अभी इसमें कितने छात्र-छात्राओं का बैच बनाना है यह तय नहीं हो सका है। संस्थान का प्रयास रहेगा कि यहां के प्रत्येक वर्ष 25 सौ बच्चे प्रशिक्षण लेंगे और उन्हें रोजगार मुहैया कराने का भी प्रयास किया जायेगा।
रेगुलर कोर्स अगले साल अगस्त से होगा शुरू
निदेशक ने बताया कि कोरोना के कारण इस साल रेगुलर कोर्स का संचालन नहीं हो सका है। इसके लिए भवन निर्माण में भी बाधा आयी है। अगले साल अगस्त 2021 में रेगुलर कोर्स शुरू हो जाएगा। इसमें छात्र-छात्राएं तीन कोर्स में भाग लेंगे। पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन प्लास्टिक प्रोसेसिंग एंड टेस्टिंग, डिप्लोमा इन प्लास्टिक मोल्ड टेक्नोलॉजी एवं डिप्लोमा इन प्लास्टिक टेक्नोनॉली कोर्स की पढ़ाई यहां होगी। उम्मीद है कि तीनों कोर्स में कम-से-कम 180 सीट होनी चाहिए। यह डिप्लोमा कोर्स दो व तीन वर्षीय होगा।
प्लास्टिक उत्पादों की मिलेगी जानकारी
जिला उद्योग विभाग के महाप्रबंधक रामशरण राम ने बताया कि स्किल डेवलपमेंट कोर्स की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इसमें प्लास्टिक उत्पादों से संबंधित जानकारी छात्र-छात्राओं को मिलेगी।