पंचायत चुनाव में नामंकन के लिए फ्रंकिंग मशीन से ई टिकट लेने के लिए लाइन में लगी चार महिलाएं बोहोश हो गई। 15 किलोमीटर दूर कदवा दियारा से ई टिकट लेने आई महिला अरविंद सिंह की पत्नी ई टिकट लेने आई थी। टिकट के लिए घंटों से लाइन में लगी हुई थी। अधिक देर लाइन में खड़ी रहने के कारण महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। अनुमंडल अस्पताल से एम्बुलेंस मंगवाया गया। उसे इलाज के लिए तत्काल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। महिला कदवा दियारा पंचायत से पंचायत समिति पर नामंकन करवाने के लिए टिकट लेने आई थी।
वहीं जमुनिया निवासी अनिल साह की पत्नी भी ई टिकट लेने के दौरान बेहोश हो गई। परिजनों ने महिला के मुंह पर पानी का छिंटा मार कर होश में लाया। महिला वार्ड सदस्य पद पर नामंकन के लिए टिकट लेने आई थी। बीना टिकट लिए ही महिला घर चली गई। दो महिलाओं ने अपना नाम बताने से इंकार किया। पंचायत चुनाव में नामंकन के लिए पांच सौ रूपये की ई टिकट की जरूरत होती हैं। ई टिकट के लिए सुबह पांच बजे से ही लाइन लग जाती हैं। टिकट काउंटर 10 बजे खुलता हैं। जिला परिषद, पंचायत समिति, मुखिया, वार्ड सदस्य, सरपंच व पंच पद पर नामंकन के लिए ई टिकट की जरूरत होती हैं।
नवगछिया के अधिवक्ताओं को भी न्यायिक कार्य के लिए ई टिकट की आवश्यकता होती हैं। ई टिकट कांउटर टिकट के लिए लोगों की लंबी लाइन होती हैं। इस संबंध में नारायणपुर के अशोक तांती ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह आठ बजे से ही लाइन लगा हूं। चार बजे तक टिकट कांउटर तक नहीं पहुंच पाया हूं। अब कुछ ही देर में टिकट कांउटर बंद हो जायेगा। लगता है कि आज भी टिकट नहीं ले पाउंगा। टिकट के लिए कल भी लाइन लगा था। किंतु टिकट नहीं ले पाया। बिहपुर के अजय तांती का कहना हैं कि टिकट के लिए नो बजे से लाइन में लगा हूं। किंतु टिकट नहीं मिल पाया हैं। कुछ समय बाद ही कांउटर बंद होने वाला हैं।
पांच सौ रूपये की टिकट ब्लैक में आठ सौ रूपये में आसानी से मिल रहा था
लाइन में लगे लोगों की शिकायत थी कि वहीं पास में लोग पांच सौ रूपये का टिकट आठ सौ रूपये में ब्लेक में बेच रहे हैं। ब्लेक में टिकट बेचने वालों को आसानी से टिकट मिल जाता हैं। टिकट के लिए दो दिन से लाइन में लगता हूं। घंटों खड़ा रहने के बावजूद टिकट नहीं मिल पा रहा हैं। इस संबंध में कई लोगों ने शिकायत अनुमंडल पदाधिकारी यतेंद्र कुमार पाल से किया।
अनुमंडल पदाधिकारी स्वयं पहुंच कर ई टिकट केंद्र का जायजा लिया था। उन्होंने ई टिकट के दो काउंटर खोलने का निर्देश दिए थे। ताकि लोगों को आसानी से टिकट मिल सके। किंतु एसडीओ के निर्देश के बावजूद एक ही कांउटर खुला हुआ था। टिकट के लिए लाइन में खड़े लोगों ने टिकट की कालाबाजारी रोकने की मांग किया।