भागलपुर। केंद्रीय ट्रेड यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर मंगलवार को समाहरणालय मुख्य गेट के समक्ष प्रदर्शन कर रहे मजदूर-किसानों पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस ने कलेक्ट्रेट गेट के सामने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एक्टू और इंटक के पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है। दरअसल, संविधान दिवस पर कृषि कानून के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा, एक्टू और इंटक के कार्यकर्ताओं की ओर से कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया जा रहा था। प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे एसडीएम धनंजय कुमार ने अपने साथ मौजूद जवानों को लाठीचार्ज का आदेश दे दिया। एसडीएम ने कहा कि बगैर अनुमति के जबरन कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया जा रहा था, जिससे आम लोगों को परेशानी हो रही थी। समझाने पर प्रदर्शनकारी, प्रशासन से उलझ रहे थे, इसलिए ऐसा कदम उठाना पड़ा। ये सारा मामला एसडीओ धनंजय कुमार की मौजूदगी में हुआ। इस दौरान एसडीओ खुद लाठीचार्ज कर रहे पलिस को इशारा कर प्रदर्शनकारी को पीटने का निर्देश देते नजर आये। वही जोगसर थाने की पुलिस ने पांच प्रदर्शनकारी को हिरासत में ले लिया। बताया जाता है कार्यकर्ताओं ने जब इस बात का विरोध किया तब पुलिस उनलोगों को जबरदस्ती वहां से हटाने लगी। पुलिस के द्वारा जबरदस्ती किये जाने पर कार्यकर्ताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया। कार्यकर्ता पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान पुलिस ने उन प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज कर दिया, जिसमें ककई कार्यकर्ता चोटिल हो गये।
भाकपा माले ने की निंदा :
भाकपा माले के जिला सचिव बिंदेश्वरी मंडल ने मजदूर–किसान संगठनों के देशव्यापी आह्वान पर समाहरणालय गेट के समक्ष प्रदर्शन कर रहे मजदूरों, किसानों पर बर्बर लाठीचार्ज और प्रदर्शनकारी नेताओं की गिरफ्तारी की निंदा की है। भाजपाईयों के इशारे पर नौकरशाह लगातार नागरिक अधिकारों को कुचल रहे हैं। भाकपा-माले मजदूरों, किसानों के अधिकारों की लड़ाई जारी रखेगी। नीतीश सरकार भी केंद्र की मोदी सरकार की तरह तानाशाही रवैया अपना रही है। मजदूरों व किसानों पर बर्बर लाठीचार्ज के जिम्मेदार एसडीएम और पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्यवाही हो और गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों को अविलम्ब रिहा किया जाए। ऐक्टू के राज्य सचिव मुकेश मुक्त ने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे मजदूर-किसानों पर अचानक इस से तरह लाठी से पीटना कोई बहादुरी नहीं है। लाठीचार्ज में कई मजदूर-किसान चोटिल भी हुए हैं।
बॉक्स खबर :
लाठीचार्ज की घटना पर पीयूसीएल ने विरोध जताया
भागलपुर । पीयूसीएल की एक आपात बैठक कलाकेंद्र में अध्यक्ष प्रो डॉ मनोज कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में विभिन्न संगठनो द्वारा मांगपत्र दिए जाने के दौरान रैली में शामिल लोगों पर पुलिसिया दमन का पीयूसीएल भागलपुर ने घोर भ्रत्सना की है।
अध्यक्ष प्रो डॉ मनोज कुमार ने कहा संविधान दिवस के अवसर पर इस तरह संविधान के मूल्यों की अवमानना चिंता का विषय है। इस अबसर पर पीयूसीएल भागलपुर इकाई के सदस्यों ने संविधान के उद्देश्य का बाचन करते हुए संकल्प व्यक्त किया। पश्चात भागलपुर में आज ही के दिन विभिन्न ट्रेड यूनियन और किसान संगठनों द्वारा जिला पदाधिकारी को मांग पत्र समर्पित किए जाने के क्रम में लाठी चार्ज पर दुःख ब्यक्त किया गया। बैठक में कहा गया कि छोटी सी जुलूस थी जो शांतिपूर्ण थी। लेकिन लोकतंत्र में इस तरह का कृत दुर्भाग्यपूर्ण और संविधान की मर्यादा के प्रतिकूल है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि उच्च अधिकारियों को इस संबंध में जांच प्रतिवेदन प्रेषित किया जाए तथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में अमरीना सेराज, उज्ज्वल कुमार घोष, स्मिता, उदय, गौतम कुमार, अर्जुन शर्मा, राजीव राहुल, रंजन कुमार सिंह अन्य उपस्थित हुए।