भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर।तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर (सत्र~2019~21) सेमेस्टर~ 3 का कल परीक्षा परिणाम आया था जिसमे लगभग डिपार्टमेंट के 70℅ से अधिक छात्रों को बड़े प्रमोट कर दिया गया। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओ के साथ गणित संकाय व इतिहास संकाय के छात्र छात्राओं के साथ जब विश्वविद्यालय पहुंचा तो कुलपति समेत सभी पदाधिकारी अनुपस्थित थे। असिस्टेंट परीक्षा नियंत्रक से मिलकर छात्र हितों की समस्या को रखा तो उन्होंने भी 5 से अधिक संकाय का नाम बताया कि छात्रों ने हमें भी शिकायत की इस पर विश्वविद्यालय के कुलपति से बात कर इस पर कार्रवाई करने की बात उन्होंने कही है।
वही विभाग सह सयोजक कुणाल पाण्डेय व जिला सयोजक रोहित राज ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा की उत्तर पुस्तिका को भागलपुर से कोसों दूर जमुई भेजकर कॉपी का जांच कराया गया लेकिन जिस तरह से परीक्षा परिणाम को देखा जा रहा है तो वहां लगता है कॉपी का बंदरबांट किया गया वह बड़े पैमाने पर धन उगाही के लिए ऐसे कारनामा विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है परीक्षा में प्रमोट कर देना उसके बाद फिर परीक्षा लेना यानी पैसे की उगाही विश्वविद्यालय द्वारा करने की मंशा बनाई गई है.
एक तो छात्रों की सत्र 2 साल से अधिक लेट चल रहा है फिर भी ऐसे कारनामा विश्वविद्यालय करके छात्रों की भविष्य बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है… सागर विश्वविद्यालय द्वारा जारी परीक्षा परिणाम को देखेंगे तो देखने से लगता है कि एवरेज मार्किंग कर सिर्फ कॉपी जांच के नाम पर खानापूर्ति की गई है विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय से मांग करती है कि जल्द उनकी कॉपी का पुनः मूल्यांकन किया जाए अन्यथा बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा।।