नारायणपुर प्रखंड के शिल्प प्रशिक्षण भवन में शनिवार को खरीफ महा अभियान प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण सह उपादन कार्यक्रम के तहत प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण सह उपादन कार्यक्रम में केवीके सबौर के कृषि वैज्ञानिक डा पवन कुमार ने समय से पहले मक्के की फसल सूखने की बीमारी के बारे में जानकारी दिया कि फफूंद नाशक व कीटनाशक उपचारित मक्के का बीज लगाने से समय पूर्व मक्का सूखने की संभावना कम रहता है.
मृदा वैज्ञानिक डा. कराड गौरव उत्तम ने बताया कि जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए .उन्होंने धान और मक्का के खेती में संशोधित बीज के बारे में बताया.कृषि वैज्ञानिक डा . सुब्रॅणा राॅय चौधरी ने मोटे अनाज कंगनी, कोदो, ज्वार, बाजार, चेना सहित अन्य मिलेट्स के बारे में बताया कि जलवायु परिवर्तन की स्थिति में मिलेट्स की खेती जनहित में कारगर सिद्ध होगा. आत्मा के प्रभारी उद्यान पदाधिकारी गौरव कुमार ने आत्मा प्रायोजित कार्यक्रम किसान समूह, कलस्टर खेती,
महिला खाद्य सुरक्षा समूह, किसान भ्रमण, पाठशाला,कृषि यांत्रिकीकरण योजना, पीएम सम्मान निधि आदि के बारे में जानकारी दी. जीविका की एसीडब्लू श्वेता कुमारी ने किचेन गार्डन, धान की एसआरआई , डीएसआर व परंपरागत खेती के बारे में जानकारी दी. कार्यक्रम की अध्यक्षता आत्मा सलाहकार समिति के अशोक यादव व मंच संचालन कृषि सलाहकार ब्रजेश कुमार झा ने की.मौके पर बैधनाथ दास, मृत्युंजय कुमार मंडल, आरोही अभिनव , अभिमन्यु कुमार, बरूण कुमार, बमशंकर साह , हजारी मंडल, ब्रजेश कुमार, सत्येंद्र कुमार, कमल किशोर, दिलीप कुमार, अरूण कुमार चौधरी आदि मौजूद थे.