भागलपुर : आई.सी.ए.आर.-अटारी, जोन-4, पटना के निदेशक, डॉ. अंजनी कुमार, निदेशक प्रसार शिक्षा, बिहार कृषि विश्वविद्यालय के साथ अटारी, पटना की पूरी टीम ने कृषि विज्ञान केन्द्र, सबौर के समेकित कृषि प्रणाली अंतर्गत विभिन्न प्रत्यक्षण इकाईयों एवं प्रक्षेत्र का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान पदाधिकारियों ने किसानों को प्रक्षेत्र व प्रत्यक्षण इकाई भ्रमण कराने एवं तकनीकी ज्ञान से लाभान्वित करने की बात कही।
उन्होंने समेकित कृषि प्रणाली को सभी तबके के किसानों के लिए आदर्श मॉडल बताया एवं इसे अपनाने के लिए किसानों के बीच प्रचार-प्रसार का सुझाव दिया। साथ ही, उन्होंने फसल प्रत्यक्षण इकाई की सराहना की और किसानों को प्रशिक्षण-सह-भ्रमण कार्यक्रम के माध्यम से तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने का सुझाव दिया।
इस अवसर पर डॉ. आर.के. सोहाने, डॉ. अमरेन्द्र कुमार, डॉ. मोनोबुरूल्लाह, डॉ. डी.वी. सिंह, और अन्य वैज्ञानिक उपस्थित थे। वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान, कृषि विज्ञान केन्द्र, सबौर ने उपस्थित अतिथियों का पुष्प गुच्छ और शाल देकर स्वागत किया और केन्द्र के क्रियाकलापों से अवगत कराया।
इस अवसर पर रावे छात्र-छात्राओं के साथ “पारस्परिक विचार-विमर्श” कार्यक्रम में भी भाग लिया गया, जिसमें छात्रों को अनुशासन के साथ अधिकाधिक ज्ञान अर्जित करने पर बल दिया गया। उपस्थित अतिथियों ने कहा कि 90 दिन का रावे कार्यक्रम छात्रों के जीवन का स्वर्णिम समय है, जिसमें वे ग्रामीण स्तर पर किसानों के बीच कार्य कर सकते हैं और अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकते हैं।