- जल्द ही झील के किनारे होगी ईंट सोलिंग – डीडीसी
नवगछिया – कोरोना की दूसरी लहर के कहर ने जब लोगों को ऑक्सीजन के नही मिलने से प्राकृतिक ऑक्सीजन के लिए लोगों को अपने आस-पास वृक्षारोपण करने के लिए आज भागलपुर वन प्रमंडल पदाधिकारी, भरत चिन्तपल्लि ने जन-जागरूकता के लिए विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जगतपुर झील में वृक्षारोपण किया.
इस अवसर पर डीडीसी सुनील कुमार ने वृक्षारोपण कर आम लोगों से अपील करते हुए
कहा की पीपल का भारतीय परिवेश में महत्व इस लिए है कि गौतम बुद्ध को बोधगया में पीपल के पेड़ के नीचे ही ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. पीपल को देव वृक्ष भी कहा जाता है माना जाता है. साथ ही उन्होंने जगतपुर झील के किनारे सड़क का मरम्मती कार्य एवं ईट सोलिंग मनरेगा योजना के तहत् कराने का आश्वासन दिया.
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर उपस्थित जिला योजना पदाधिकारी ने पीपल के बारे में बताया कि पीपल केवल ऑक्सीजन ही नहीं देता बल्कि यह अपनी छावों से इंसान और पशुओं की थकान को दूर करता है. साथ ही पक्षियों को आश्रय भी देता हैं. पीपल की जड़ के माध्यम से मिट्टी का संरक्षण होता है. तभी तो नदी बांध पर पीपल, बरगद, नीम, अर्जुन एवं अन्य पेड़ों को लगाया जाता हैं.
प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सुधीर कुमार ने भी पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए वृक्षारोपण किया. उन्होंने जगतपुर झील के महत्व को बताते हुए कहा की नदी, पहाड़, तालाब, मैदान, पेड़-पौधे,
जीव-जन्तु, वायु, वन, मिट्टी से घिरा हुआ आवरण जो हमारे पर्यावरण के घटक है.
हम सभी इन घटकों
को दैनिक जीवन में भरपूर उपयोग करते हैं. हम इन घटको पर ही निर्भर है और इनका दोहन करने से
बचना चाहिए पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संजीत कुमार कहा कि जगतपुर झील बिहार में ऐसा स्थान है.
जो क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से अन्य झीलों की अपेक्षा काफी छोटा हैं. अपितु शीतकालीन (माह नबम्बर से दिसम्बर) समय में लगभग 150 प्रजाति के देशी एवं विदेश से आयें प्रक्षियों को आसानी से बडें तादात में देखा जा सकता हैं. जो आने वाले समय में एक पर्यटक स्थल के रूप विकसित हो सकता है.
वन क्षेत्र पदाधिकारी ब्रज किशोर सिंह ने कहा कि वे प्रयास करेंगे कि जगतपुर
झील किनारे उपलब्ध खाली जमीन पर वृक्षारोपण कार्य इसी वर्ष पुरा कर लिया जाय और वृक्षों के संरक्षण
के लिए घेरा बंदी भी किया जाय.
इस अवसर पर आर्द्रभूमि मित्र सहित नवगछिया गंगा प्रहरी स्पियर हेड ज्ञान चन्द्र ज्ञानी, गौरब सिंहा, राज किशोर, चंदन सिंह, राजवीर सिंह एवं राजीव रंजन सहित अन्य ने भी जगतपुर झील को साफ करने का प्रण भी लिया.