नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत करीब करीब गांवों में पशुओं के बीच लंपी वायरस बीमारी तेजी से फैल रहा है. ग्रामीण पशु चिकित्सक यमुना दास ने बताया कि अबतक नवटोलिया ,गनौल , बलाहा आदि जगहों से आंशिक रूप से लंपी वायरस का शिकायत मिल रहा है लेकिन नारायणपुर, चहौद्दी, शाहपुर, गंगापुर में बीमारी वृहत रूप ले रहा है.कुछ दिन पूर्व गंगापुर के जोगी यादव का गाय इसी बीमारी से मर गयी. पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता संजीव कुमार का कहना है कि महीने भर से इस वायरस का प्रकोप पशुओं पर है.ग्रामीण पशु चिकित्सकों के द्वारा ईलाज किया जा रहा है. रामूचक, बीरबन्ना,आशाटोल, रायपुर आदि जगहों पर भी पशु इस वायरस से प्रभावित है.
गंगापुर के पशुपालक गणेश यादव ने कहा कि उनके यहां पांच गाय लंपी वायरस से पीड़ित है. पशु चिकित्सालय से एक महलम दिया गया था.अभी ग्रामीण पशु चिकित्सक से ईलाज कराया जा रहा है.इसी गांव के संजय मंडल के पुत्र सूरज कुमार ने कहा कि एक हफ्ता से मेरी गाय इस बीमारी से पीड़ित थी. रविवार की सुबह छह बजे मौत हो गयी.दुधैला पंचायत के वार्ड सदस्य हजारी मंडल ने बताया कि दियारा में भी इस तरह की बीमारी दो चार पशुओं में पाया गया है. चहौद्दी निवासी वेदानंद ठाकुर ने कहा कि इस वायरस से पीड़ित हमारी गैया ईलाज के बाद अब ठीक है.मधु देवी इस बीमारी को पशुओं में होने वाली चेचक बता रही है.इसी गांव के सुभाष यादव की बछिया लंपी बीमारी के चपेट में आ गया है. चहौद्दी के मुकेश यादव का कहना है कि इस बीमारी का समुचित इलाज कराने से पशु ठीक हो जाते हैं.
क्या कहते है पशु चिकित्सक – पशु चिकित्सका पदाधिकारी डा रूस्तम कुमार रौशन ने बताया कि कि यह वायरस जनित बीमारी है. बीमार पशु को अन्य पशुओं से अलग रखना चाहिए. पशुओं को नीम के पानी से स्नान कराना चाहिए.पशुओं के शरीर में गांठ हो जाना , बुखार, भोजन में कमी की वजह से कमजोर होना आदि इस बीमारी का लक्षण है.इस बीमारी के होने से पशुओं में इम्युनिटी कम हो जाती है जिसके लिए मल्टी बिटामिन का प्रयोग करना चाहिए.इस बीमारी से ग्रसित पशुओं का ईलाज पशु चिकित्सालय में उपलब्ध संसाधनों के बीच किया जा रहा है. पशुपालक चिकित्सीय सहायता व सलाह के लिए संपर्क कर सकते हैं.