प्रधानाध्यपक समेत शिक्षक रहते हैं अपने मे मशगूल
प्रधानाध्यापक ने कहा, शौचालय जाने की बात कहकर चहारदीवारी फांदकर बाहर भाग जाते हैं बच्चे
एचएम ने बच्चो के अविभावकों की बुलाई बैठक
नवगछिया। एक तरफ सरकार बिहार को नशामुक्त बनाने के लिए मुहिम रखी है। नशे से छुटकारा के लिए विद्यालयों में व जगह-जगह जागरूकता अभियान एवं सरकारी कर्मियों को शपथ दिलाई जा रही हैं। वही दूसरी ओर सरकारी विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चे पठन पाठन के समय मे विद्यालय से बाहर बीड़ी और सिगरेट का सेवन करते नजर आते हैं।
विभिन्न सरकारी विद्यालयों में ओठ के नीचे खैनी रखें व गुटखा चबाकर पिचिक पिचिक करते अपने शिक्षकों को जरूर देखा होगा लेकिन ताजा मामला नारायणपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय बालक मधुरापुर का है। जहां मंगलवार की सुबह पठन पाठन के समय मे मध्य विद्यालय बालक मधुरापुर के 5वीं एवं छठी कक्षा के आधा दर्जन छात्र जिसकी उम्र करीब 8 – 11 वर्ष होगी सभी विद्यालय से बाहर पाया गया। मामले को लेकर मिली जानकारी के अनुसार टोटो पर सवार कुछ राहगीरों ने नारायणपुर पीएचसी के पीछे 14 नम्बर सड़क किनारे स्थित एक अर्धनिर्मित मकान में आधा दर्जन बच्चों को बीड़ी और सिगरेट का धुंआ उड़ाते देखा। सभी बच्चे विद्यालय यूनिफॉर्म में थे।
वीडियो बनाने के क्रम में सभी बच्चे मौके से भागने लगे। जिसका तस्वीर वीडियो में स्पष्ट नजर आता है। सिगरेट पीने के दौरान कुछ छात्रों ने अपना यूनिफॉर्म शर्ट उतार कर अर्धनिर्मित मकान के पिलर में बांध दिया था और नीचे बैठकर सिगरेट पी रहा था जिसका लोगो ने वीडियो बनाया है। गौरतलब हो कि समीप ही गंगा नदी है बच्चे नदी किनारे जा सकते हैं। डूबने की घटना हो सकती है लेकिन बच्चे के प्रति विद्यालय एचएम व शिक्षको की संवेदनाएं जागृत नही होती है।
विद्यालय से आधा दर्जन बच्चे पढाई के समय बाहर निकल जाते हैं और प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक को इसकी भनक तक नही लगती है। मामले में विद्यालय एचएम सत्यप्रकाश ने कहा, बच्चे शौच जाने के बहाने चाहरदीवारी फांदकर बाहर भाग जाते हैं, बच्चों के अविभावकों की बैठक बुलाई गई और बात की गई। वही इस बारे में नारायणपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मो शामी ने कहा कि इस मामले को लेकर विद्यालय की जांच की जाएगी।