


नवगछिया : बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली प्रियंका देवी आजकल अपने पति रंजीत सिंह की तलाश में भटक रही हैं। प्रियंका ने मंगलवार को रंगरा चौक प्रखंड के मुरली गांव पहुंचकर अपने पति को खोजने की कोशिश की, लेकिन वहां उसे अपने ससुराल वालों का तिरस्कार और दुर्व्यवहार झेलना पड़ा। प्रियंका का आरोप है कि रंजीत के परिवार ने उसे घर से भगा दिया और उसकी मदद करने से इनकार कर दिया।

प्रियंका देवी ने इस मामले में रंगरा थाना और नवगछिया के पुलिस अधीक्षक प्रेरणा कुमार को आवेदन देकर न्याय की मांग की है। प्रियंका के मुताबिक, उनका और रंजीत का परिचय 2016 में हुआ था जब रंजीत ने उन्हें एक मिस कॉल किया था। प्रियंका ने कॉल बैक किया, और फिर दोनों के बीच फोन पर बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। प्रियंका ने रंजीत को बताया कि वह विधवा है और उसका एक बेटा भी है। प्रियंका के पति का निधन एक बीमारी के कारण हो गया था। इस जानकारी के बावजूद रंजीत ने प्रियंका से शादी करने का प्रस्ताव रखा, जिसे प्रियंका ने स्वीकार कर लिया।

वर्ष 2019 में दोनों ने मुजफ्फरपुर के एक मंदिर में शादी कर ली और एक साथ रहने लगे। शादी के बाद रंजीत ने प्रियंका को पंजाब के रोहतक ले जाकर वहां काम करना शुरू किया। शुरुआत में उनका जीवन सामान्य था, लेकिन कुछ समय बाद रंजीत अचानक फरार हो गया और प्रियंका को अकेला छोड़ दिया। प्रियंका का कहना है कि उसके पति के लापता होने के बाद रंजीत के परिवार वालों ने भी उसका साथ छोड़ दिया। पहले रंजीत के परिवार के लोग प्रियंका से फोन पर बात करते थे, लेकिन अब वे भी बात करने से कतरा रहे हैं।
प्रियंका ने जब अपने पति का कोई सुराग नहीं पाया, तो वह खुद मुरली गांव पहुंची और वहां रंजीत के परिवार से मदद की उम्मीद की। लेकिन जब प्रियंका ने रंजीत के घरवालों से बात की, तो उन्होंने उसे न सिर्फ अपनाने से इंकार किया, बल्कि उसे घर से धक्का मारकर बाहर निकाल दिया। प्रियंका अब न्याय की तलाश में रंगरा थाना और नवगछिया एसपी कार्यालय का चक्कर लगा रही है, लेकिन अब तक उसे कोई राहत नहीं मिली है।
प्रियंका देवी ने इस मामले में रंगरा थाना में शिकायत दर्ज कराई है और नवगछिया एसपी प्रेरणा कुमार से न्याय की उम्मीद जताई है। प्रियंका की स्थिति समाज और कानून व्यवस्था की कमजोरी को भी उजागर करती है, क्योंकि एक महिला को उसके ही पति और ससुरालवालों से धोखा और तिरस्कार का सामना करना पड़ा है।
