दानापुर रेल मंडल के सबसे बड़े स्टेशन पटना जंक्शन पर अब जहां तहां कचरा बिखरा नहीं मिलेगा। जंक्शन पर कचरा प्रबंधन के लिए रेलवे की ओर से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगेगा। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देश का पालन करने के लिए रेलवे की ओर से एक एजेंसी के जरिए प्लांट लगाने का काम जल्द शुरू होगा।
जंक्शन के निदेशक डॉ नीलेश कुमार ने बताया कि एनजीटी के निर्देश के तहत और दानापुर डीआरएम सुनील कुमार के निर्देशन में प्लांट लगाने का काम जल्द शुरू होगा। इसके लिए रेलवे की ओर से स्थल चयन हो गया है। प्लांट का निर्माण प्लेटफॉर्म संख्या 10 के दक्षिण में रनिंग रूम के सामने मीठापुर फ्लाईओवर के नीचे होगा। प्लांट के निर्माण का जिम्मा सौरभ कंस्ट्रक्शन को दिया गया है। एजेंसी प्लांट के निर्माण के बाद एक साल तक इसको चलाकर रेलवे को हैंडओवर कर देगी। फिलहाल रेलवे की ओर से निर्माण एजेंसी को बिजली और पानी का मुफ्त कनेक्शन दिया जा चुका है। संभावना है कि इसी महीने काम शुरू हो जाएगा।
कचरा निस्तारण संग मिलेगी बायोगैस:
जंक्शन पर बनने वाले प्लांट से रनिंग रूम का ग्रीन वेस्ट और फूड वेस्ट इस प्लांट में जाएगा। साथ ही जंक्शन के जनाहर, फ़ूड प्लाजा समेत सभी करीब तीन दर्जन फ़ूड स्टाल के फ़ूड आइटम से निकला कचरा भी प्लांट में जाएगा। इससे जंक्शन कर कचरा का निस्तारण स्वमेव हो जाएगा। साथ ही सब्जी, साग और हरे फल फूल जैसे ग्रीन वेस्ट और फ़ूड वेस्ट के जरिए प्लांट से बायोगैस भी बनेगी। प्लांट की बायोगैस बगल के रनिंग रूम को दी जाएगी। इससे जंक्शन के टिकट चेकिंग स्टाफ़, ड्राइवर और गार्ड को 24 घंटे निर्बाध बिजली मिलनी शुरू होगी। इससे रेलवे के बिजली की बचत भी हो सकेगी।
प्लांट में बनेगी खाद, रेलवे के संस्थानों को दी जाएगी:
जंक्शन निदेशक ने बताया कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट से निकले अपशिष्ट पदार्थ से उत्तम क्वालिटी का खाद भी तैयार हो सकेगा। प्लांट में बनी खाद रेलवे के ट्रेनिंग स्कूल की बागवानी के अलावा रेलवे के अन्य संस्थानों के पेड़ पौधों के लिए उपयोग में लाया जाएगा।