नवगछिया – सड़क हादसे में मारे गए पूर्णियां जिले के मोहनपुर निवासी सुबोध सिंह अपनी पत्नी का इलाज करवाने भगलपुर गए थे और इलाज करवा कर अपने घर लौट रहे थे. दूसरी तरफ कुर्सेला के बसंत साह के भटगामा निवासी एक संबंधी की मृत्यु हो गयी थी. उन्हीं के श्राद्धकर्म में शामिल होने बसंत भटगामा जा रहा थे. जानकारी मिली है कि ऑटो पर सवार सभी लोग अलग अलग जगहों से पहले नवगछिया जीरोमाइल पहुंचे थे और यहां पर मोहनपुर जा रहे ऑटो पर सवार हुए थे. रात होने की वजह से ऑटो पर कुल नौ लोग ही सवार हुए थे. जबकि कार पर कुल दो लोग सवार थे. इधर स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के तुरंत बाद स्थल पर चीख पुकार मच गयी थी. घायल कराह रहे थे. सर्वप्रथम स्थानीय लोग ही घटना स्थल पर पहुंचे और फिर मौके पर पुलिस आयी. घायलों के रुदन क्रंदन को देख कर लोग तुरंत में क्या करे, कुछ समझ नहीं आ रहा था. घटना के कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे एसडीपीओ दिलीप कुमार ने स्थानीय लोगों और स्थानीय पुलिस की सहायता से सभी घायलों को इलाज के लिये अस्पताल भेजा. मौके पर मधेपुरा जिले के संबंधित थाने की पुलिस भी पहुंच चुकी थी, सीमा विवाद की स्थिति भी उत्तपन्न हो रही थी लेकिन एसडीपीओ दिलीप कुमार ने सभी घायलों को तुरंत नवगछिया अनुमंडल अस्पताल पहुंचने का निर्णय लिया.
बेसुध थी मृतक सुबोध की पत्नी शबनम
मृतक सुबोध सिंह की पत्नी शबनम देवी गंभीर रूप से घायल थी, अस्पताल पहुंचने के बाद भी वह कराह रही थी लेकिन पति की मृत्यु की सूचना मिलते ही वह बोल पड़ी, मैं क्यों जिंदा बच गयी. मोहनपुर के विवेका चौक पर सुबोध की एक छोटी सी पान की गुमटी है जो उसके जीविकोपार्जन का साधन था. वह अपने पीछे दो पुत्र, एक पुत्री की जिम्मेदारी छोड़ गए हैं. अस्पताल पहुंचे परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था.
साइकिल पर मंजन बेच पर रोटी का जुगाड़ करता था वसंत साह
कुर्सेला निवासी बसंत साह साइकिल से घूम घूम कर दांत मंजन बेचना था. कड़ी मेहनत कर वह अपने बच्चों को यथासंभव शिक्षा दे रहा था. मृतक के पुत्र ने बताया कि उसके पिता को सभी रात के समय मे भटगामा नहीं जाने के लिये रोक रहे थे. लेकिन संबंधी काफी करीबी थे, इसलिये वे रुके नहीं और शाम के समय मे घर से भटगामा के लिये रवाना हो गए. उसने बताया कि पुलिस स्तर से उसे घटना की सूचना मिली तो पूरे परिवार के साथ वे लोग नवगछिया पहुंचे हैं. बसंत अपने पीछे दो पुत्र एक पुत्री से भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं.
लापरवाही के कारण जा रही है लोगों की जान
नवगछिया की जिला पार्षद नंदनी सरकार ने कहा कि बाबा बिशु राउत सेतु पथ पर घटनाएं आम हैं. हर माह दो तीन बड़ी घटनाएं हो रही है. जबकि रोज लोग घायल हो रहे हैं. सड़क पर बड़े वाहनों की रफ्तार काफी ज्यादा रहती है जबकि सड़क मेंटनेंस में रहने के बावजूद कई जगहों पर गड्ढे पर हैं. इतना ही नहीं पुल के लोकार्पण हुए सात साल से अधिक समय बीत गया है लेकिम अब तक पुल और एप्रोच पथ पर लाइट की व्यवास्था नहीं है. जिला पार्षद ने कहा कि अगर व्यवस्था में बैठे लोग संजीदगी से कार्य करे तो इस तरह के हादसों को रोका जा सकता है. उन्होंने सभी घायलों और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है.