भागलपुर अपने पारिवारिक समस्या से परेशान एक महिला आत्महत्या के इरादे से घर से निकली और भटकते हुए भागलपुर जा पहुंची। बताया जा रहा है कि अररिया जिले के भरगामा की रहनेवाली आशा कार्यकर्ता पूनम देवी अपने घर से निकल कर सुबह 11 बजे भागलपुर के समाहरणालय गेट पर पहुंची और अचानक से बेहोश होकर गिर गई। वहां मौजूद पत्रकारों की महिला पर नजर.पड़ी तो कलम के सिपाहियों ने सुध ली। सबसे पहले होश में लाया और उसके बाद उसे खाना खिलाया। इस दौरान महिला की अचानक तबियत बिगड़ने लगी। तो पत्रकारों ने शिशु रोग विशेषज्ञ डाक्टर अजय सिंह को इसकी सूचना दी। जैसे ही डाक्टर को घटना के बारे में जानकारी मिली तुरंत ही समाहरणालय गेट पहुंचे और महिला को लेकर स्वयं इलाज के लिए क्लिनिक ले गये। इसके बाद उपचार किया। पत्रकारों ने घटना की सूचना महिला के परिजनों को दी। इसके बाद अररिया से महिला के पिता, भाई, छोटा बेटा और बेटी पहुंची। जब परिवार के लोग पहुंचे तो महिला ने भागने की कोशिश की और यह कहने लगी मुझे वृद्धाश्रम जाना है।
जब महिला के पिता ने काफी समझाया तब जाकर महिला साथ जाने को राजी हुई। यह बात सामने आ रही है कि महिला का जेवर उसके ससुर ने अपने पास रख लिया है और जमीन का भी बंटवारा नहीं किया गया है जिसके कारण वह परेशान थी।
महिला के छोटे पुत्र ने कहा कि दादा जमीन का हिस्सा नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पिता और बड़े भाई पिता दादा का ही समर्थन करते हैं। महिला की बेटी जीविका में काम करती है। महिला के परिजन जब डॉक्टर अजय सिंह के यहां पहुंचे तो पूनम देवी को देख काफी खुश हुए और पत्रकारों तथा डाक्टर के काम की जमकर सराहना की।