निभाष मोदी,भागलपुर।
भागलपुर, पीजी-2 हॉस्टल के छात्र मयंक को कल पेट में अचानक असहनीय दर्द हुआ और वह इलाज के लिए विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा परंतु वहां पर कोई व्यवस्था नहीं थी फिर उसे उचित इलाज के लिए मायागंज ले जाया गया।
इलाज के दौरान मयंक की मृत्यु मायागंज अस्पताल में हो गई ।इसी बाबत विश्वविद्यालय के छात्रावास के सभी छात्र इस बात से काफी मर्माहत हैं और आज उन्होंने प्रशासनिक भवन विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के सामने प्रदर्शन किया।
मीडिया से बात करते हुए शोध के छात्र सौरभ राणा ने बताया कि विश्वविद्यालय की स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था इतनी जर्जर स्थिति में है कि वहां जब छात्र जाते हैं तो ना तो दवाइयां मिल पाती है ,ना ही डॉक्टर मिलते हैं ।इसके अभाव में छात्र की मृत्यु हो जा रही है ।आज मयंक इसी जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्था का शिकार हो गया ।अगर सही व्यवस्था रहता तो मयंक के साथ यह अप्रिय घटना नहीं घटती यह आकस्मिक मौत नहीं है यह हत्या है और विश्वविद्यालय के लचर व्यवस्था के चलते यह हत्या हुई है। मयंक का गुनहगार अगर कोई है तो वह विश्वविद्यालय है। सभी छात्रों ने मयंक की मौत को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के घोर उदासीन रवैया को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए उचित न्याय की बात कही।