ऋषव मिश्रा कृष्णा “मुख्य संपादक, जीएस न्यूज
30 वर्षीय राजाराम चालक था, वह मुख्य रूप से टोटो चलता था और कभी कभार चार चक्का वाहन में भी चालक का काम करता था. वाहनों के परिचालन के क्रम में ही राजाराम और सौरभ के बीच जान पहचान हुई थी. जानकारी मिली है कि पिछले वर्ष 13 जून की रात्रि करीब ग्यारह बजे नवगछिया थाने के दारोगा अनि राजेश राम ने गुप्त सूचना के आधार पर सौरभ को उसके दो सहयोगी के साथ नवगछिया एनएच 31 अग्निशमन कार्यालय के पास संदिग्ध स्थिति में देखा. पुलिस ने तीनों को रुकने का इशारा किया तो नया टोला का ही रौशन कुमार मौके से फरार हो गया. जबकि पुलिस हिरासत में लिया गए सौरभ सहित एक अन्य आरोपी की पुलिस ने तलाशी ली तो सौरभ के पास से एक देशी कट्टा बरामद हुआ. इसी मामले में पुलिस ने सौरभ पर कानूनी कार्रवाई की थी. जिस वक्त सौरभ पकड़ा गया था, पुलिस के अनुसार वह महज 17 वर्ष का था. जबकि उसका एक सहयोगी महज 16 वर्ष का था. सूत्र बताते हैं कि सौरभ और उसके किशोरवय उम्र के दोस्तों को लगता था कि उनलोगों के विरूद्ध हुई पुलिसिया कार्रवाई का जिम्मेदार राजाराम यादव है और उसी ने पुलिस की मुखबिरी कर उसे गिरफ्तार करवाया है. दूसरी तरफ सौरभ के बारे में बात सामने आयी है कि वह इलाके में सक्रिय स्कैम के सिंडिकेट में शामिल है.
एक माह से कर रहा था रेकी
मृतक के परिजनों से बात सामने आयी है कि राजाराम ने अपने परिजनों के समक्ष दस दिन पहले यह जिक्र किया था कि नया टोला निवासी शंभु राय का पुत्र सौरभ कुमार अक्सर उसका पीछा करता है. मृतक की मां ने उक्त बात को गंभीरता से लिया था और शंभु राय के घर जा कर उसके अभिभावकों के समक्ष इस बात का जिक्र करते हुए, पीछा न करने की बात भी कही थी.
पारिवारिक विवाद को भी नजरअंदाज नहीं कर रही है पुलिस
पुलिस के प्रारंभिक छानबीन में पारिवारिक विवाद भी शामिल है. परिजनों की मानें तो राजाराम और इसकी पत्नी लाली देवी के बीच संबंध अच्छे नहीं थे. हालांकि शादी के बाद एक पुत्र और पुत्री भी है लेकिन दोनों पक्षों के कई प्रयास के बाद भी दोनों के बीच मतभेद था. मृतक की मां बिजली देवी ने अनुमंडल अस्पताल में रोते बिलखते हुए बहू पर हत्या करवा देने का आरोप लगाया. उसने कहा कि राजाराम की शादी वर्ष 2013 में धूम धाम से की सेमापुर के कांवर कोठी गांव में हुई थी. वह छः बार घट छोड़ कर चली गयी. जिसके बाद उसका पुत्र उसे लेने नहीं जाता था. उसने दहेज मांगने का केस भी उसके पुत्र व अन्य परिजनों पर कर दिया था.
पुलिस खंगाल रही है सीसीटीभी फुटेज, संभावित ठिकानों पर छापेमारी
नवगछिया पुलिस घटना स्थल के आस पास का सीसीटीभी फुटेज खंगालने में जुट गयी है. एनएच 31 और लक्ष्मीपुर रोड पर लगे विभिन्न सीसीटीभी फुटेज की पड़ताल करते पुलिस को देखा गया है. जबकि एसडीपीओ दिलीप कुमार के नेतृत्व में अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
दिन दहाड़े मर्डर से दहशत का माहौल, धड़ाधड़ बंद हो गयी दुकानें
एनएच 31 पर लक्ष्मीपुर जाने वाली सड़क के आस पास महज दो वर्ष के अंतराल में हत्या की यह तीसरी घटना है. राजाराम की हत्या दिन भर के सबसे व्यस्ततम समय मे हुई. गोली की आवाज सुनते ही लोग इधर उधर भागने लगे. धड़ाधड़ दुकानें के शटर गिरने लगे. महज चंद मिनटों बाद ही सड़क पर सन्नाटा पसर गया था. मालूम हो कि उक्त चौराहा इस्माइलपुर और गोपालपुर प्रखंड और नवगछिया प्रखंड के अन्य गांवों में जाने का मुख्य रास्ता है. एनएच 31 से लक्ष्मीपुर जाने वाली सड़क पर ही कुछ दूर बाद भाजपा कार्यालय और प्रसिद्ध शिव शक्ति योग पीठ है. लगभग एक वर्ष पहले इसी सड़क पर पशु व्यवसायियों के साथ अपराधियों ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देते हुए लूट पाट किया था. इस सड़क होते हुए अपराधियों को भागने का पूर्ण अवसर मिलता है, इसलिये अक्सर अपराधी वारदात के लिये उक्त स्थल के आस पास के इलाके का चयन करता था.
पुलिस खंगाल रही है सीसीटीभी फुटेज, संभावित ठिकानों पर छापेमारी
नवगछिया पुलिस घटना स्थल के आस पास का सीसीटीभी फुटेज खंगालने में जुट गयी है. एनएच 31 और लक्ष्मीपुर रोड पर लगे विभिन्न सीसीटीभी फुटेज की पड़ताल करते पुलिस को देखा गया है. जबकि एसडीपीओ दिलीप कुमार के नेतृत्व में अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
माता पिता का रो रो कर हुआ बुरा हाल
घटना के बाद अनुमंडल अस्पताल पहुंचे राजाराम के माता पिता का रो रो कर बुरा हाल था. राजाराम की मां बिजली देवी बार बार बेहोश हो जा रही थी और दहाड़ मार कर रोने लगती थी. पिता रमेश कुमार भी फूट फूट कर रो रहे थे. मृतक की मां रोते हुए कहा रही थी कि आज राजाराम घर से भूखा ही निकल गया था. उसे खिचड़ी खा लेने को कहा लेकिन भूखे ही वह ऑटो से सवारी ढोने निकल गया. उसे इस बात का मलाल था कि अंतिम बार अपने पुत्र को खाना भी नहीं खिला सकी. राजाराम दो भाइयों में बड़ा था. उसका छोटा भाई काजू यादव भी गहरे सदमे में था.