नवगछिया
गोपालपुर विधानसभा में पिछले एक दशक से लगातार गंगा नदी के कटाव के कारण दर्जनों गाँव का अस्तित्व समाप्त हो गया तथा हजारों एकड उपजाऊ जमीन गंगा नदी में समा गई। हालाँकि जल संसाधन विभाग द्वारा बाढ व कटाव से बचाव के नाम पर पिछले एक दशक में कटाव निरोधक कार्यों व बाढ संघर्षात्मक कार्यों में अरबों रुपये खर्च किये गये।
परन्तु कटाव का दायरा लगातार बढता ही जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार जल संसाधन विभाग के अभियंताओं, ठेकेदारों व राजनेताओं के गठजोड़ ने कटाव निरोधी कार्य को दुधारू गाय बना दिया। जिस कारण घटिया कटाव निरोधी कार्य करवाये जाने के कारण करोडों रुपये की लागत से.
करवाया गया काम गंगा नदी के जलस्तर में मामूली वृद्धि होने के कारण ताश के पत्ते की तरह बिखर जाता है। बतौर ग्रामीण अब तक जल संसाधन विभाग द्वारा बाढ व कटाव से बचाव के नाम पर जितने रुपये खर्च किये गये। उतने रुपये में सैकड़ों स्मार्ट गाँव बस जाता।