


भागलपुर जिले के पीरपैंती में प्रस्तावित 3×800 मेगावाट (कुल 2400 मेगावाट) ताप विद्युत परियोजना के लिए टैरिफ आधारित प्रतिस्पर्धी निविदा (TBCB) प्रक्रिया के तहत विद्युत भवन सभागार में प्री-बिड मीटिंग आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता ऊर्जा सचिव सह सीएमडी, बीएसपीएचसीएल पंकज कुमार पाल ने की। इसमें बीएसपीजीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार सहित अन्य वरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

इस बैठक में जेएसडब्ल्यू एनर्जी, एमबी पावर, टॉरेंट पावर, टाटा पावर और अदानी पावर जैसी प्रमुख कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में निविदा से जुड़े विभिन्न तकनीकी एवं वित्तीय पहलुओं पर विस्तृत चर्चा हुई। कंपनियों ने अपनी शंकाएं और सुझाव साझा किए, जिन पर ऊर्जा सचिव ने आश्वासन दिया कि सभी लिखित क्वेरीज पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कंपनियां 25 मार्च 2025 की शाम 6 बजे तक अपने सुझाव प्रस्तुत कर सकती हैं, जिसके बाद सभी पक्षों को संशोधित स्पष्टीकरण के साथ सूचित किया जाएगा।

पंकज कुमार पाल ने कहा कि परियोजना के दौरान भूमि की पर्याप्त उपलब्धता में कोई समस्या आने पर भूमि अधिग्रहण का कार्य बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (बीएसपीजीसीएल) द्वारा किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि परियोजना की सुचारु निगरानी और निष्पादन के लिए एक विशेष सेल का गठन किया जाए, जिसमें नोडल अधिकारी और मॉनिटरिंग टीम शामिल रहें, ताकि नियमित समीक्षा और बेहतर समन्वय सुनिश्चित हो सके।
यह परियोजना पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के तहत विकसित की जा रही है और बिहार में निजी निवेश से बनने वाली अब तक की सबसे बड़ी ऊर्जा परियोजना होगी। इसके लिए 1020.60 एकड़ भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है और कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा शक्ति-बी (IV) के तहत लॉन्ग-टर्म कोल लिंकेज की स्वीकृति भी मिल चुकी है, जिससे संयंत्र को निर्बाध ईंधन आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
ज्ञात हो कि इस परियोजना के लिए भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय और ईसीएल की स्वीकृति भी मिल चुकी है, जिससे इसके शीघ्र क्रियान्वयन का मार्ग प्रशस्त हुआ है। परियोजना में आधुनिकतम तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, जिससे ऊर्जा उत्पादन अधिक दक्ष होगा और पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव को न्यूनतम किया जा सकेगा।
