भागलपुर: मुंगेर जिला के सदर बाजार के रहने वाले शंकर पंडित, जो 2014 से हत्या के मामले में जेल में बंद थे, को 2019 में कोर्ट ने दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई थी। तब से शंकर पंडित भागलपुर के केंद्रीय कारा में बंद हैं। शंकर पंडित ने अपने आप को निर्दोष साबित करने के लिए 3 जुलाई से केंद्रीय कारा में अनशन शुरू कर दिया था।
हालांकि, अनशन के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई और जेल प्रशासन ने उन्हें इलाज के लिए मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया। वर्तमान में शंकर पंडित का इलाज चल रहा है।
इस पूरे मामले को लेकर शंकर पंडित की पत्नी कंचन कुमारी ने कहा, “मेरे पति का गोतिया के साथ जमीनी विवाद चल रहा था। इस विवाद में परिवार के एक सदस्य की हत्या हो गई, जिसमें हमारे पति को फंसा दिया गया है। हमारा पति निर्दोष है और हमें न्याय चाहिए।”
कंचन कुमारी ने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि उनके पति को गलत तरीके से फंसाया गया है और वे अपने निर्दोष होने का प्रमाण देने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।