भागलपुर: शहर में पुलिस की दबंगई का एक और मामला सामने आया है। तिलकामांझी थाना अध्यक्ष शंभू पासवान ने लाइसेंस जांच के नाम पर “द अड्डा रेस्टोरेंट एंड कैफे” के कर्मचारी को थप्पड़ जड़ दिया। यह घटना कैफे के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें थानेदार द्वारा कर्मचारी पर हाथ उठाते हुए देखा जा सकता है।
घटना का विवरण
तिलकामांझी थाना पुलिस “द अड्डा रेस्टोरेंट एंड कैफे” में सिगरेट और अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री की शिकायत पर जांच के लिए पहुंची थी। रेस्टोरेंट कर्मचारियों ने पुलिस से लाइसेंस दिखाने की बात कही, जिसके बाद थानेदार शंभू पासवान ने काउंटर पर बैठे कर्मचारी गोपाल को थप्पड़ जड़ दिया।
पीड़ित कर्मचारी गोपाल ने बताया, “हमने पुलिस से कहा कि लाइसेंस भैया (संचालक) के पास है। उन्हें बुला रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद थानेदार ने थप्पड़ मार दिया। यह पहली बार नहीं है; तिलकामांझी पुलिस पहले भी हमें बिना वजह परेशान कर चुकी है।”
संचालक का बयान
रेस्टोरेंट संचालक कृष्ण मोहन मिश्रा ने कहा, “हमारे पास फुट लाइसेंस और ट्रेड लाइसेंस दोनों हैं। रेस्टोरेंट के अंदर सभी नियमों का पालन किया जाता है। बावजूद इसके, पुलिस हमें बार-बार परेशान कर रही है। इस घटना को लेकर मैं वरीय अधिकारियों से शिकायत करूंगा।”
संचालक ने यह भी बताया कि रेस्टोरेंट के अंदर किसी को भी नशीले पदार्थ खुलेआम सेवन करने की अनुमति नहीं है। बाहर सिगरेट पीने पर रोक है, लेकिन पुलिस का यह रवैया समझ से परे है।
पुलिस का पक्ष
इस मामले में तिलकामांझी थानेदार शंभू पासवान ने कहा, “रेस्टोरेंट के अंदर सिगरेट का सेवन करवाया जा रहा था। हम केवल लाइसेंस चेक करने गए थे। लाइसेंस उनके पास नहीं था, इसलिए उन्हें समझाया गया कि सिगरेट बेचने के लिए सही लाइसेंस होना चाहिए। थप्पड़ मारने का आरोप बेबुनियाद है।”
वीडियो वायरल और विवाद
घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के बाद स्थानीय लोगों और व्यवसायियों में आक्रोश है। फुटेज में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी रेस्टोरेंट में प्रवेश करते हैं और पूछताछ के दौरान कर्मचारी को थप्पड़ मारते हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत
संचालक और कर्मचारी ने इस घटना के बाद वरीय पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने मांग की है कि तिलकामांझी पुलिस की इस हरकत की जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
स्थानीय प्रतिक्रिया
घटना को लेकर भागलपुर के व्यवसायियों में रोष है। उनका कहना है कि पुलिस का यह रवैया व्यापारिक माहौल को खराब कर रहा है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच हो और दोषी पुलिसकर्मियों को दंडित किया जाए।