प्रधानमंत्री आज सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर लाल किले के लाहौरी गेट पर पहुंचे. इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा सचिव डॉक्टर अजय कुमार ने उनकी अगवानी की. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 74वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश के नाम संबोधन दिया. इस साल कोरोना वायरस महामारी के बीच स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है.
पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन में जरूरी बातें
कोरोना के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं
नई दिल्ली :भारत आज अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से लगातार 7वीं बार ध्वजारोहण किया और अब वह राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं. पीएम ने इस दौरान कोरोना योद्धाओं को नमन किया.
प्रधानमंत्री आज सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर लाल किले के लाहौरी गेट पर पहुंचे. इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा सचिव डॉक्टर अजय कुमार ने उनकी अगवानी की. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 74वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश के नाम संबोधन दिया. इस साल कोरोना वायरस महामारी के बीच स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है.
पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन में जरूरी बातें
कोरोना के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैंकोरोना महामारी के बीच 130 करोड़ भारतीयों ने आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लिया है. हमें पूरा भरोसा है कि भारत इस सपने को चरितार्थ करके रहेगा. मुझे अपने देश के सामर्थ्य पर विश्वास है.कोरोना महामारी के बीच 130 करोड़ देशवासियों ने आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया. आत्मनिर्भर भारत देशवासियों के मन-मस्तिष्क में छाया है. ये आज सिर्फ शब्द नहीं रहा, बल्कि 130 करोड़ देशवासियों के लिए मंत्र बन गया है. आज दुनिया इंटर-कनेक्टेड है. इसलिए समय की मांग है कि विश्व की अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान बढ़ाना चाहिए, इसके लिए भारत को आत्मनिर्भर बनना ही है
आत्मनिर्भर भारत की बात करते हुए बोले पीएम मोदी- आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, फिनिश्ड प्रोडक्ट बनकर भारत में लौटता रहेगा.
प्रधानमंत्री ने आज से राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन शुरू किये जाने की घोषणा की, सभी भारतीयों को स्वास्थ्य पहचान पत्र मिलेगा.
नई शिक्षा नीति का उद्देश्य हमारे बच्चों को उनकी जड़ों से जोड़ना और साथ ही उन्हें वैश्विक नागरिक बनाना है.
हमने 1,000 दिनों में सभी 6,00,000 गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ने का निर्णय किया है.
मध्यम वर्ग में काफी संभावनाएं हैं और वह नई अवसर चाहते हैं
जल जीवन मिशन के तहत एक लाख से अधिक परिवारों को पेयजल प्रदान किया जा रहा है.
किसानों को आधुनिक ढांचागत सुविधा देने के लिये एक लाख करोड़ रुपये के कृषि बुनियादी ढांचा कोष का गठन किया गया है.
भारत के लिये आत्म-निर्भर होना…आत्म-निर्भर कृषि क्षेत्र और आत्म निर्भर किसान… महत्वपूर्ण प्राथमिकता
सात करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस सिलिंडर दिये गए.
गरीबों के बैंक खातों में सीधे करीब 90,000 करोड़ रुपये डाले गए हैं, 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है.
हमें अलग-थलग होकर काम करने की व्यवस्था हटानी है और पूरे देश को मल्टी मॉडल संपर्क वाले बुनियादी ढांचे की ओर बढ़ना है.
बुनियादी ढांचा क्षेत्र में नई क्रांति लाने के लिये विभिन्न क्षेत्रों की करीब 7,000 परियोजनाओं को चिह्नित किया गया है.
हमें ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है.प्रधानमंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर कहा कि आज दुनिया की कई बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं.
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा कि हमारा मन पूरी तरह से ‘वोकल फॉर लोकल’ (स्थानीय उत्पादों पर जोर देने वाला) होना चाहिए
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें केवल आयात कम करना नहीं है बल्कि उससे आगे जाना है.
आखिर भारत कब तक कच्चे माल का निर्यात करेगा और तैयार उत्पादों का आयात करेगा, भारत को आत्म-निर्भर होना होगा.
जब हम आर्थिक वृद्धि और विकास पर ध्यान केंद्रित करें तो मानवता इस प्रक्रिया में केंद्रीय भूमिका में होनी चाहिए.
आज भारत ने असाधारण समय में असंभव को संभव किया है. इसी इच्छाशक्ति के साथ प्रत्येक भारतीय को आगे बढ़ना है. वर्ष 2022, हमारी आजादी के 75 वर्ष का पर्व, अब बस आ ही गया है