महिला प्रसव पेट दबा-दबाकर कराया गया, जिससे उसका यूट्रस फट गया
@ आइसीयू हेड को जब कहा गया कि डॉक्टर को बुलाइए तो उसने कहा कि मेरा काम ऑक्सीजन लगाने का है, डॉक्टर बुलाने का नहीं.
मृतक निशा (28) मुंगेर जिले की रहने वाली थी और मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल में थी एएनएम
प्रदीप विद्रोही
भागलपुर। ततारपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक निजी नर्सिंग होम में मंगलवार की देर रात प्रसव के दौरान प्रसूता की मौत के बाद परिजन ने जमकर बवाल काटा। परिजन की शिकायत थी कि महिला का प्रसव पेट दबा-दबाकर कराया गया, जिससे उसका यूट्रस फट गया और इंटरनल ब्लीडिंग होने लगी। इससे प्रसूता की ब्लीडिंग होने के आधे-एक घंटे में ही मौत हो गई। परिजन डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। मृतक निशा (28) मुंगेर जिले की रहने वाली थी। मुजफ्फरपुर के एक अस्पताल में एएनएम थी। परिजनों ने बताया कि मंगलवार की सुबह निशा को रहमान नर्सिंग होम में डिलीवरी के लिए भर्ती कराया तो डॉक्टर ने कहा कि अभी डिलीवरी में टाइम है और नॉर्मल डिलीवरी होगी। लेकिन, मंगलवार की रात 12 बजे न कोई महिला डॉक्टर थी और न नर्स। इसके बावजूद डिलीवरी करवाई गई। नर्सिंग होम के कंपाउंडर ने प्रसूता के पेट पर चढ़कर डिलीवरी करवाई। मृतक की मौसी अनिता ने बताया कि जबरदस्ती डिलीवरी कराने से प्रसूता की यूट्रस फटने के बाद इंटरनल ब्लीडिंग शुरू हो गई। ब्लीडिंग होता देख कंपाउंडर ने कुछ दवा दी, लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ। फिर 10 मिनट बाद लेडी कंपाउंडर को बुलाने गए तो हमें भगा दिया। थोड़ी देर बाद निशा ने बताया कि दर्द काफी हो रहा है। कंपाउंडर या डॉक्टर को बुलाकर ले आओ। इसके बाद कंपाउंडर आई और ब्लड वगैरह साफ करके वापस अपने केबिन में चली गई। थोड़ी देर बाद निशा फिर दर्द से तड़पने लगी तो कंपाउंडर को बुलाया। कंपाउंडर ने कहा कि आइसीयू में भर्ती कराना होगा। इसके लिए पैसे जमा कराने होंगे। अनिता ने बताया कि कंपाउंडर ने निशा को आइसीयू की ओर ले जाने लगी। इस दौरान 10 हजार रुपए जमा कराए गए। आइसीयू हेड को जब कहा गया कि डॉक्टर को बुलाइए तो उसने कहा कि मेरा काम ऑक्सीजन लगाने का है, डॉक्टर बुलाने का नहीं। रात में कोई डॉक्टर नहीं देखा। बुधवार की सुबह 7 बजे प्रसूता की मौत हो गई। इधर हंगामे की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। ततारपुर थाना अध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी रीता कुमारी ने बताया कि 'पीड़ित पक्ष की ओर से किसी तरह की कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। फिलहाल, पीड़ित परिवार मृतका के शव को अपने साथ ले गए हैं। शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।