नवगछिया : बिजली विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी पवन कुमार के नेतृत्व में जूनियर लाइनमैन, सुपरवाइजर, सहायक अभियंता, कनीय विद्युत अभियंता, मानव बल को प्रीपेड मीटर का प्रशिक्षण दिया गया. सभी को प्रीपेड मीटर के फायदे, प्रीपेड मीटर में बिजली के खपत सहित उपभोक्ताओं को प्रीपेड मीटर लगाने के फायदे बताये गये. सभी कर्मियों को यह जानकारी इस लिये गयी है ताकि वह अपने-अपने क्षेत्र के उपभोक्ताओं को प्रीपेड मीटर लगाने से फायदा और नुकसान के बारे में बताये.
उन्होंने बताया कि प्रीपेड मीटर और पुराना मीटर में एक ही जैसा बिजली के यूनिट की कटौती होती है. ग्रामीण इलाकों में 1 से 50 यूनिट में 2.90 पैसा और 50 से ऊपर 3.33 पैसा यूनिट लिया जाता है. शहरी इलाके में 1 से 100 यूनिट का 4.42 पैसा और 100 से ऊपर 6.29 पैसा उपभोक्ताओं से चार्ज लगता है. कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि लगातार उपभोक्ताओं की शिकायत आ रही थी कि प्रीपेड मीटर में ज्यादा बिल आता है. नारायणपुर, बिहपुर, खरीक व नवगछिया के कई जगहों पर स्मार्ट मीटर और सामान्य मीटर जो पहले इस्तेमाल में आता था, उसे लगाया गया जिससे साफ हो गया है कि दोनों मीटर की रीडिंग सामान्य है.
स्मार्ट प्रीपेड मीटर नि:शुल्क लगाया जा रहा है. प्रीपेड मीटर लगाने से बिजली की बचत और गलत बिजली बिल से छुटकारा मिलता है. बिजली की ऑनलाइन डिस्कनेक्शन व रिकनेक्शन की सुविधा है. पूर्व के बिजली बिल की बकाया राशि को आसान किस्तों में भुगतान कर सकते हैं. औसतन मासिक बिल के 25 फीसदी से ज्यादा बताएं राशि नहीं वसूली जायेगी. स्मार्ट मीटर ऐप से दैनिक, साप्ताहिक व मासिक बिजली खपत उपभोक्ता देख सकते हैं. ऑनलाइन रिचार्ज पर तीन प्रतिशत की छूट उपभोक्ताओं को दी जाती है. बिजली कार्य दिवस पर सुबह 10 बजे से एक बजे दिन के बीच काटी जाती है. सरकारी छुट्टी व रविवार को बिजली नहीं काटी जाती है.