नवगछिया – करीब दस वर्ष पहले नवगछिया सनसनीखेज वारदातों के लिये चर्चा में था. वर्ष 2012 में अवध असम एक्सप्रेस से नौ जुलाई को असम के सिल्चर निवासी शोधार्थी प्रीतम भट्टाचार्य के अपहरण का मामला प्रकाश में आया था जबकि 15 जुलाई को कटरिया ओवर ब्रीज के पास उसकी सिर कतई लाश मिली थी.
दूसरी तरफ 10 जुलाई को नवगछिया स्टेशन के पास ही खगड़िया जिले के चकहुसैनी निवासी युवती मधु उर्फ नैना की लाश मिली थी. दोनों घटनाओं के बाद नवगछिया में क्राइम का बोलबाला पूरे राज्य के लिये चिंता का विषय बन गया था. ठीक दस वर्ष बाद वर्तमान में ढाई केजी सोना लूट मामले में भी एक बार फिर से नवगछिया रेल थाना चर्चा में है.
स्थानीय लोग राजद नेता राजेंद्र यादव, राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता नितेश यादव, भाजपा के जिला मंत्री मुकेश राणा आदि ने कहा कि रेल और यात्री सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस को 10 वर्ष पहले की घटनाओं से सबक लेना चाहिये और सुरक्षा को निरंतर पुख्ता बनाने का प्रयास करना चाहिये.
लोगों का कहना है कि प्रीतम से अपराधियों ने नवगछिया पूर्वी केबिन के पास बैग छीन लिया और प्रीतम अपराधियों का पीछा करते हुए नवगछिया स्टेशन पर उतर गया और वह अपराधियों के जाल में फंस गया. वर्तमान घटना भी प्रीतम हत्याकांड से मिलती जुलती है. इस घटना में भी अपराधियों ने स्वर्ण व्यवसायी का बैग ले लिया. घटना के समय व्यवसायी अपराधियों का विरोध करते तो निश्चित रूप से प्रीतम हत्याकांड की पुनरावृत्ति हो जाती.