गोपालपुर के तीनटंगा घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
नवगछिया नगर परिषद क्षेत्र के बड़ी घाट ठाकुरबाड़ी के निवासी प्रोफेसर डॉ० सत्यवान कुमार उर्फ श्रवण शास्त्री का निधन ब्रेन हेमरेज के कारण गुरुवार रात 09:27 बजे पारस अस्पताल दरभंगा से रेफर कर पटना वेदांता अस्पताल पहुंचने के क्रम में हो गया। श्री शास्त्री वेद विभाग के सहायक प्रध्यापक और विद्यावाचस्पति प्रो डॉ० सत्यवान कुमार उर्फ श्रवण शास्त्री के नाम से प्रचलित थे। बिहार क्षेत्र उत्तरी व दक्षिणी ध्रुव में अनेक भागवत महापुराण का वाचन एवं वैदेही भजन सम्राट नाम से प्रख्यात इस विद्वान का निधन बिहार राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है।
उनका अंतिम संस्कार गंगा तट के तिनटंगा घाट में विधिवत संपन्न हुआ। श्री शास्त्री को मुखाग्नि उनके पुत्र सत्यम ने दी। मौके पर स्वामी आगमानंद नंद महाराज, महंत सियावल्लभ शरण महाराज, वैदिकाचार्य ललित झा शास्त्री, राजद के पूर्व युवाध्यक्ष कांतेश कुमार उर्फ टीनू, शिक्षाविद विश्वास झा, यज्ञ समिति के संयोजक अजित पटेल, प्रवक्ता मिलन सागर, विहिप जिलाध्यक्ष प्रवीण भगत, आचार्य कौशल, जैकी बाबा, विशाल झा, कोषाध्यक्ष चंदन सिंह सहित हजारों की संख्या में समाजसेवी व धर्मावलंबियों की मौजूदगी रही।
मालूम हो कि पूरे नवगछिया क्षेत्र में शोक की लहर है। सोशल मीडिया पर लगातार उनके अनुयायियों द्वारा शोक संदेश प्रेषित किए जा रहे हैं।
शुक्रवार को दिन के 10:30 बजे नवगछिया के घाट ठाकुरबाड़ी से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई और उनका अंतिम संस्कार गोपालपुर के तीनटंगा घाट पर किया गया।