- पहले गला दबा कर मारा फिर चाकू से पेट फाड़कर गंगा नदी में बहाया
- इस्माइलपुर के छोटी परवात्त की है घटना
- वर्ष 2020 में 30 अप्रैल को अपराधियों ने गोली मार कर कर दी थी राहुल कुमार उर्फ छोटू की हत्या
नवगछिया – इस्माइलपुर थाना क्षेत्र के छोटी परवत्ता गांव में पुत्र की हत्या का केस नहीं उठाने पर आरोपियों और उसके सहयोगियों ने मिल कर पिता की भी हत्या कर दी है. सोमवार शाम मृतक का शव छोटी परवत्ता गांव के पास गंगा नदी से बरामद किया गया है. हत्यारों द्वारा गला दबा कर हत्या करने और पेट फाड़कर गंगा नदी में बहा दिए जाने की बात कही जा रही है. मृतक छोटी परवत्ता निवासी 50 वर्षीय विभूति कापड़ी है. विभूति 10 दिसंबर को देर शाम से ही लापता हो गए. परिजनों ने ग्यारह दिसंबर को इस्माइलपुर थाने में घटना की सूचना देते हुए विभूति कापड़ी की हत्या कर दिए जाने की आशंका जतायी, जिसके बाद रविवार से ही पुलिस स्तर से शव की खोजबीन की जा रही थी.
इस्माइलपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर देर रात पोस्टमार्टम के लिये नवगछिया अनुमंडल अस्पताल भेज दिया था. शव का पोस्टमार्टम मंगलवार को किया जाएगा. मालूम हो कि 30 अप्रैल 2020 को विभूति कापड़ी के पुत्र 16 वर्षीय राहुल कुमार उर्फ छोटू की गोली मार कर पड़ोसियों ने हत्या कर दी थी. रात्रि नौ बजे राहुल छत पर था और दूसरे छत से गोली चला कर उसके पड़ोसियों ने ही राहुल की हत्या कर दी थी. परिजनों का आरोप है कि राहुल की हत्या में शामिल खोखा कापड़ी, महंथा कापड़ी इनदिनों केस उठा लेने की धमकी दे रहे थे. जबकि विभूति कापड़ी केस उठाने के बिल्कुल मूड में नहीं थे. परिजनों ने बताया कि 10 दिसंबर को वे लोग मटर तोड़ने बहियार गए थे. विभूति भी साथ थे. दिन के समय मे वे वहां से कहीं अन्यत्र चले गए. देर शाम वे लोग जब घर आये तो उनलोगों को पता चला कि खोखा कापड़ी के लोगों ने उसे शराब पिलायी फिर गला दबा कर उसकी हत्या कर शव को विक्रमशिला सेतु से नीचे फेंक दिया. मामले में खोखा कापड़ी, उसके पुत्र महंथा कापड़ी, बिंदेश्वरी कापड़ी, सुदामा मंडल समेत अन्य का भी नाम सामने आ रहा है. इस्माइलपुर पुलिस अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी कर रही है.
नौ दिसंबर को दी थी धमकी, दस दिसंबर को कर दी हत्या
मृतक का साला जयकांत कुमार ने कहा कि नौ दिसंबर को भी अपराधियों ने विभूति कापड़ी के पूरे परिवार को धमकी दी थी और दस दिसंबर को उसकी हत्या कर दी गयी. जयकांत ने बताया कि वर्ष 2020 में दोनों विभूति कापड़ी और खोखा कापड़ी के बीच जमीन विवाद के कारण मतभेद हुआ था. जिसके बाद खेत हो कर मोटरसाइकिल ले जाने का विरोध करने पर राहुल का साथ उसके पड़ोसियों के विवाद हुआ था. इसी विवाद के कारण राहुल की हत्या कर दी गयी थी. ढाई वर्ष के अंदर एक ही परिवार में दूसरी हत्या के बाद परिजन डरे सहमे हैं. विभूति कापड़ी अपने पीछे एक पुत्र रवि कुमार, पुत्री रूपा कुमारी और पत्नी सोनी देवी के पीछे छोड़ गए हैं. सबों का रो – रो कर बुरा हाल था.