


भागलपुर : राधे-राधे श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस के अवसर पर भक्तों ने श्री कृष्ण की जीवनगाथाओं का आनंद लिया। इस दिन के खास कार्यक्रम में सुखदेव जी महाराज ने भगवान श्री कृष्ण के जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण कथाओं का विस्तार से वर्णन किया।

कथा में भगवान श्री कृष्ण के प्रथम विवाह की रसपूर्ण कथा, उनके 16108 विवाहों का विवरण, और भास्मासुर के वध की कथा सुनाई गई। इसके साथ ही मित्रता के महत्व पर भी प्रकाश डाला गया, जिसमें श्री कृष्ण और उनके मित्र सुदामा जी के रिश्ते का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया गया।
साथ ही, श्री कृष्ण ने द्वारिका के राजा होने के बावजूद अपने गरीब मित्र सुदामा जी को स्नेह और सम्मान दिया, यह संदेश दिया कि सच्ची मित्रता क्या होती है।

कथा के समापन से पहले, पूर्व विधायक रामबिलास पासवान, जनसदस्य जनार्दन आजाद, जिला परिषद सदस्य रिंकी सिंहा, चीकू रघुवंशी, सुभाष यादव सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किया। मेला समिति के मिथुन कुमार, अंजन राम, मोनू पांडे, गौतम कुमार, मिथलेश कुमार, भावेश चंद्र सिन्हा और अन्य ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस कथा के माध्यम से भक्तों को शांति और संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा मिली।
