भागलपुर/निभाष मोदी
भागलपुर जिले के सन्हौला प्रखंड स्थित अंचल कार्यालय सन्हौला में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी बिरेंद्र लाल को सन्हौला पुलिस ने नशे की हालत में गिरफ्तार कर लिया है। राजस्व कर्मचारी वीरेंद्र लाल शराब के नशे में कार्यालय में कार्य कर रहे थे, तभी आम आदमी से नोकझोंक हो गया जिसमें मिहिलाल यादव नामक व्यक्ति द्वारा सन्हौला थाना को लिखित आवेदन दिया गया कि कर्मचारी शराब के नशे में धुत है और गलत व्यवहार कर रहे हैं
।आनन फानन में सन्हौला थाना अध्यक्ष राकेश कुमार ने अपने पुलिस बल को भेजा और वीरेंद्र लाल को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सन्हौला लाया गया जहां मेडिकल रिपोर्ट में शराब पीने की पुष्टि की गई।जांच करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारी ने भी शराब पीने की पुष्टि की । मालूम हो कि इसके पहले भी राजस्व कर्मचारी बिरेंद्र लाल का शराब पीते हुए वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था।राजस्व कार्यालय में शराब का खाली बोतल पकड़ा गया था , इससे पहले भ्रष्टाचार के आरोप में पूर्व जिला परिषद संजीत सुमन एवं आम जनता के द्वारा 4 घंटा तक बंधक भी बनाया गया था,लेकिन फिर भी पहुंच वाले कर्मचारी बिरेंद्र लाल पर कोई कार्रवाई नहीं किया गया।
ऐसे कई आरोप लगातार कर्मचारी बिरेंद्र लाल पर लगते आ रहा है वर्षों से यह कर्मचारी सन्हौला में ही पदस्थापित है आम जनता से मोटेशन के नाम पर मोटी रकम वसूली करते हैं।अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शराब बंदी वाले बिहार सरकार माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने राजस्व कर्मचारी पर क्या कानूनी कार्रवाई करती है क्योंकि पहले भी यह कर्मचारी दोषी पाया गया था। बातचीत के दौरान कई लोगों ने राजस्व कर्मचारी वीरेंद्र लाल पर गंभीर आरोप लगाए
। इसके साथ ही भाकपा नेता संजीत सुमन ने वर्तमान सरकार से एवं भागलपुर जिला अधिकारी से ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी को बर्खास्त करने की मांग की है और कहा कि अगर इसे बर्खास्त नहीं किया जाता है तो हम लोग सन्हौला में आंदोलन तेज करेंगे और सन्हौला में चक्का जाम करेंगे।अविलंब इस व्यभिचारी कर्मचारी को बर्खास्त कर किसी नए कर्मचारी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाए।