- दिन भर रंगरा थाने में आमने सामने रहे दोनों पक्ष, देर रात मामले में हुआ सुलह
- दोनों तरफ से आवेदन के आधार कर की जाएगी कार्रवाई – एसपी
रंगरा – जमीन खरीद बिक्री में रकम देन के मामले में रंगरा चौक प्रखंड प्रमुख संजीव कुमार यादव उर्फ मोती यादव द्वारा मदरौनी के मुखिया अजीत कुमार सिंह उर्फ मुन्ना मुखिया को रंगरा एनएच 31 से उठा कर बंधक बना लिए जाने की बात सामने आयी है. मुखिया के पक्ष की माने तो सूचना पर हरकत में आयी पुलिस ने मोती यादव के घर से मुन्ना मुखिया और मोती यादव को थाना लाया. दोनों पक्षों द्वारा एक दूसरे पर मारपीट किये जाने का आरोप भी लगाया है. दोपहर एक बजे से देर रात तक दोनों पक्ष थाने में आमने सामने थे. देर रात ही दोनों पक्षों के बीच मामले में सुलह कर लिए जाने की बात सामने आयी है. इधर मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार समेत आस पास के अन्य थानों की पुलिस भी रंगरा थाने में देर रात तक डटे रहे. जबकि घटना के बाद दोनों पक्षों से बड़ी संख्या में लोग थाने के पास ही जमे थे. देर शाम तक मुखिया पक्ष के लोगों का कहना था कि मुन्ना मुखिया रंगरा चौक प्रखंड स्थित पंचायत सरकार भवन में मुखिया संघ की बैठक कर रहे थे. बैठक समाप्त होने के बाद जैसे ही मुखिया अन्य चालक सहित चार लोगों के साथ घर के लिये रवाना होने लगे तो मोती यादव ने अपने उसके वाहन को रोक कर सबों को जबरदस्ती अपने वाहन में बैठा लिया और अपने गांव चापर स्थित अपने आवास पर लेकर चले गए. जानकारी मिली है कि मुखिया के साथ इस दौरान मारपीट भी की गयी. मुखीय के चेहरे पर जख्म के निशान भी थे. इधर प्रमुख पक्ष ने भी मुखिया के विरुद्ध मारपीट करने का आरोप लगाया है.
देर रात मामले में कथित रूप से समझौता हो जाने के बाद मुन्ना मुखिया के मोबाइल पर रिंग हो रहा था लेकिन वह फोन उठा नहीं रहे थे. मालूम को रंगरा चौक प्रखंड प्रमुख मोती यादव का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. हालांकि उनके समर्थक अब मानते हैं कि वे समाज की मुख्य धारा से जुड़े हैं.
मोती यादव ने कहा
एनएच के बगल में 10 कट्टा जमीन खरीदने के लिये एग्रीमेंट किया था जिसके एवज में 75 लाख रुपये भी दिये थे, लेकिन बाद में पता चला कि जो जमीन उसे दी जा रही है, वह जमीन एनएच के बगल में नहीं है. वह दिए गए 75 लाख रुपये की मांग करने लगे. जिसके बाद मुखिया ने 30 लाख का एक चेक दिया जो बाउंस हो गया. इसके बाद आज मुन्ना मुखिया उसके घर पर पहुंचे थे और जमीन का कागज मांग रहे थे, उन्होंने पैसे की मांग की तो वे रकम नहीं दे रहे थे. जिसको लेकर कहा सुनी हो गयी, फिर उन्होंने पुलिस को सूचना दी. इसके बाद वे लोग थाना पहुंचे. थाने में दोनों पक्षों में इस बात को लेकर सुलह हो गया कि मुन्ना मुखिया दस दिनों के अंदर 75 लाख रुपये दे देंगे. मोती यादव ने कहा कि अगर 10 दिनों में उसके पैसे नहीं मिले तो वे कानूनी रास्ता अख्तियार कर रकम वसूल करेंगे. मोती यादव ने कहा कि मुन्ना मुखिया रकम देने के पक्ष में नहीं थे, रकम गबन करने के लिये उसके जान पर भी खतरा था. जिसको लेकर उन्होंने थाने में सनहा भी दर्ज कराया था.
एसडीपीओ ने कहा
एसडीपीओ दिलीप कुमार ने कहा कि मामले में आवेदन नहीं दिया गया है. मामला अपरहण का नहीं है बल्कि जमीन खरीद बिक्री में रकम लेन देन का है. मामले में दोनों पक्षों से समझौता हो जाने की सूचना है. लेकिन अगर आवेदन दिया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी.
कहते हैं एसपी
एसपी नवगछिया सुशांत कुमार सरोज ने कहा कि दोनों के बीच पैसे के लेन देन का मामला है. दोनों पक्षों से जो भी आवेदन दिया जाएगा, उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी.