नारायणपुर प्रखंड के नगरपारा दक्षिण पंचायत के प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित जाति टोला नगरपारा विद्यालय का बुनियादी विद्यालय नगरपारा में समविलय का ग्रामीणों ने विरोध जताया। ग्रामीणों ने बताया की पासवान टोला नगरपारा के शैलेश बाबा मंदिर परिसर में सन् 1968 ई से प्राथमिक विद्यालय चला आ रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधि की शिथिलता के कारण 56 वर्षो से विद्यालय चल रहा था जो की मुहल्ले की समीप नगरपारा गॉव में बिहार सरकार की जमीन रहने के वावजूद स्थानीय मुखिया एवं नारायणपुर सीओ की शिथिलता के.
कारण विद्यालय आज तक भूमिहीन रहने के कारण प्राथमिक विद्यालय को सोमवार को अपर मुख्य सचिव के के पाठक के अनुमोदन पर भूमिहीन होने के कारण बुनियादी विद्यालय नगरपारा में टैग कर समविलय कर दिया गया।जिसे स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए बताया की अनुसुचित जाति मुहल्ले से विद्यालय को बुनियादी विद्यालय में टैग कर समविलय किया गया है.
जिसकी दुरी करीब दो किलोमीटर है जहॉ आवागमन की समस्या है विद्यालय तक जाने के लिए सड़क मार्ग नहीं है फिलहाल नवोदय विद्यालय होकर बच्चे एवं शिक्षक आवागमन करते है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजय कुमार दास ने बताया की विद्यालय में एक सौ पंन्द्रह छात्र एवं पॉच शिक्षक है।बीईईओ मो. शमी अहमद ने बताया की बिहार में भूमिहीन एवं भवनहीन विद्यालय को बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देशानुसार विद्यालय को समविलय किया गया है।मौके पर महादलित मुहल्ले के महिला पुरूष मौजूद थे।