रंगरा चौक प्रखंड कार्यालय में बाढ़ के पूर्व तैयारी को लेकर अनुश्रवण समिति की बैठक की गई. बैठक की अध्यक्षता प्रमुख संजीव कुमार उर्फ मोती यादव ने किया. बैठक में रंगरा बीडीओ, सीओ आशिष कुमार
बैठक में मुखिया एवं पंचायत समिति के सदस्य मौजूद थे. रंगरा चौक प्रखंड के सधुआ चापर पंचायत, मदरौनी पंचायत, सहोड़ा पंचायत, तिनटंगा दियारा उत्तर व तिनटंगा दियारा दक्षिण बाढ़ प्रभावित हैं. बैठक में प्रमुख संजीव कुमार उर्फ मोती यादव ने कहा कि मदरौनी के पास रिंग टूटने बाढ़ से सधुआ चापर, मदरौनी, सहोड़ा, बनिया बैसी के लगभग 50 हजार आबादी प्रत्येक वर्ष प्रभावित होता है. कुर्सेला से लेकर त्रिमोहनी तक रिंग बांध बनने से रंगरा चौक प्रखंड में बाढ़ नहीं आती थी. किंतु वर्ष 2015 में मदरौनी के पास रिंग बांध टूट गया. जिससे प्रत्येक वर्ष बाढ़ आती है. बाढ़ में लोगों को काफी परेशानी होती है.
बाढ़ से सधुआ चापर, मदरौनी, सहोड़ा पंचायत टापू में तब्दील हो जाता है. लोगों को आवागमन का एक मात्र साधन नाव होता है. नाव डूबने से बराबर लोगों की जान जाती है.किसान पूरे वर्ष में केवल एक ही फसल ले पाते हैं. बाढ़ प्रभावित लोग रेलवे प्लेटफार्म, सड़क किनारे, रेलवे लाइन किनारे खाना बदोस के समान जीवन व्यतीता करते हैं. बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोग बराबर दुर्घटना के शिकार होकर अपनी जान गंवाते हैं. इसका एक मात्र समाधान हैं टूटे हुए रिंग बांध को बनाया जाए.
बाढ़ प्रभावित लोगों के आश्रय को लेकर शरणस्थली के लिए उंचे जगह चिन्हित करने का निर्देश दिया. सूखा खाद्यान्न, प्लोथीन व अन्य सामग्री का थोक विक्रेता से मिलकर समान को स्टॉक रखवाने को कहा. ताकि जरूरत पड़ने पर बाढ प्रभावित को सूखा राशन, प्लोथीन शीट व अन्य सामग्री को उपलब्ध करवाया जा सके. बाढ़ जनित रोग से बचने के लिए दवाई का स्टॉक रखने का निर्देश रंगरा पीएचसी प्रभारी को दिया. डॉग बाइट का इंजेक्शन, स्नेक बाइट की दवाई, ओआरएस घाेल, डायरिया रोग के इलाज के लिए दवाई स्टॉक करने को कहा गया.