नवगछिया के रंगरा सीएचसी में चिकित्सक की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत हो गई। इस संबंध में रंगरा ओपी क्षेत्र के कुमदपुर निवासी राहुल कुमार ने बताया कि पत्नी शिल्पी कुमारी को प्रसव पीड़ा होने पर 28 अप्रैल की रात में रंगरा सीएचसी में भर्ती करवाया गया था। सीएचसी में दो दिन रखने के बाद भी डिलवरी नहीं हुआ। सीएचसी में बीना परिजनों को बताए छोटी आपरेशन कर दिया। इसके पश्चात भी बच्चे की डिलवरी नहीं हो पाया। सीएचसी से भागलपुर अस्पताल रेफर कर दिया। बच्चा व उसकी मां को जान का खतरा देख कर निजी क्लिनिक में भर्ती करवा कर बच्चे की डिलवरी हुआ।
बच्चा को एक घंटा शीशा में रखने के पश्चात रेफर कर दिया। भागलपुर में निजी क्लिनिक में शीशा में रखने के दौरान नवजात शिशु की मौत हो गई। परिजनों का आरोप हैं कि जिस रात्री को भर्ती हुई किसी चिकित्सक नहीं देखा। सारा कार्य वहां मौजूद नर्स ही करती रही। बीना चिकित्सक की सलाह लिए नर्स ने छोटी आपरेशन कर दिया। छोटी आपरेशन के दौरान नवजात शिशु के सर पर ब्लेड लगा दिया। आपरेशन करते समय परिजन से पूछा भी नहीं गया। परिजन नवजात शिशु का शव लेकर सीएचसी पहुंच कर हंगामा किया।
चिकित्सक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
इस संबंध में सीएचसी प्रभारी रंजन कुमार ने बताया कि महिला चिकित्सक अस्पताल में नहीं रहने के कारण पुरूष चिकित्सक प्रसव पीड़ित महिला की जांच किया था। परिजनों का जो आरोप हैं उसकी जांच की जा रही हैं। इस मामले में जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जायेगी।