निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर,राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन तेलंगाना हैदराबाद में, वारंगल केरला में और राजमुंद्री आंध्र प्रदेश में किया गया है, यह कार्यक्रम भारत के विविधता में एकता विषय पर लोक कला एवं कंटेंपरेरी कला को प्रदर्शित करता है।इसकी तैयारी के लिए 7 जॉन से 28 कंटेंपरेरी एवं लोक कलाकार शामिल हो रहे हैं,जिसमें मंजूषा कला को भी प्रमुखता से जगह दिया गया है, यह अपने अंग जनपद के लिए गौरव की बात है। इस राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव में बिहार से मंजूषा कला और मधुबनी कला भी शिरकत कर रहे हैं ।मंजूषा कला को पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आमंत्रित किया गया था।
मंजूषा कला के लिए राष्ट्रीय कार्यशाला में मनोज कुमार पंडित शामिल हुए ,वही मंजूषा कला स्टॉल एवं साज- सज्जा के लिए भागलपुर के पवन कुमार सागर एवं वर्षा को आमंत्रित किया गया है। बिहार की टिकुली कला भी पीछे नहीं है। टिकुली कलाकारी का प्रतिनिधित्व करने सौरभ सुमन एवं शुभम सुमन शामिल हुए हैं। भागलपुर के मनोज पंडित ने बताया मंजूषा कला धीरे धीरे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में लगी है। यह अंग प्रदेश के वासियों के लिए बहुत गौरव और खुशी की बात है।