भागलपुर: राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) द्वारा 2025 के थीम पर आधारित एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उनकी शिक्षाओं और संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
मुख्य अतिथियों ने स्वामी विवेकानंद के संदेशों पर दिया जोर
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, अध्यक्ष छात्र कल्याण ने समाज में मनसा, वाचा और कर्मणा (विचार, वचन और कर्म) की एकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “राष्ट्र और चरित्र निर्माण के लिए यह एकता अनिवार्य है।”
महाविद्यालय निरीक्षक प्रो. संजय झा ने विवेकानंद के प्रसिद्ध संदेश “उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको” पर चर्चा की और युवाओं को इसके महत्व को समझने का आह्वान किया।
विकास पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने युवाओं से अध्ययन के साथ अध्यात्म को जोड़ने की अपील की, जबकि जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. दीपक कुमार दिनकर ने विवेकानंद के दर्शन को व्यावहारिक जीवन में लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कुलसचिव प्रो. रामाशीष पूर्वे ने स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा शक्ति का प्रतीक बताते हुए कहा, “आज के युवाओं को विवेकानंद जी से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण के लिए सक्रिय होना चाहिए।”
प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राहुल कुमार ने युवा सप्ताह की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा, “विवेकानंद अतीत के गौरव और भव्य भारत के बीच की एक कड़ी हैं।” उन्होंने बताया कि 7 जनवरी से 12 जनवरी तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, रील मेकिंग प्रतियोगिता और चलचित्र प्रदर्शनी शामिल थीं। विजेताओं को प्रमाण पत्र, प्रतीक चिन्ह और मेडल देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और स्वामी विवेकानंद एवं भारत माता की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन हुआ, जिसमें युवाओं ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
प्रधानमंत्री का संबोधन लाइव दिखाया गया
कार्यक्रम के अंतिम चरण में, स्वयंसेवकों को भारत मंडपम, नई दिल्ली में हो रहे यंग लीडर्स डायलॉग में प्रधानमंत्री के संबोधन को लाइव दिखाया गया।
200 से अधिक स्वयंसेवकों की भागीदारी
इस आयोजन में विभिन्न महाविद्यालयों और विभागों के 200 से अधिक स्वयंसेवक और सेविकाएं उपस्थित थीं। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय खेल परिषद के सचिव डॉ. संजय जायसवाल ने किया, और धन्यवाद ज्ञापन के साथ इसका समापन हुआ।