अंगवासी अंगिका की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे
@ प्रगति यात्रा के दौरान शनिवार को भागलपुर आ रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पांच सूत्री ज्ञापन सौंपेंगे
प्रदीप विद्रोही
भागलपुर। अंगिका के मान – सम्मान और अधिकार के लिए राष्ट्रीय अंगिका समन्वय समिति के द्वारा शुक्रवार को पुलिस लाइन सैंडिस कम्पाउण्ड की मुख्य सड़क के किनारे महाधरना दिया गया। धरना में शामिल दर्जनों लोगों ने बेबाकी से अपनी बातें रखी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे तामझाम के साथ अंग की धरती पर कदम रख रहे हैं। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है और उनसे अंगवासियों का सवाल है कि उनकी भाषा के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार क्यों किया जा रहा है ? अंग क्षेत्र को मिथिला क्षेत्र क्यों बताया जा रहा है ? क्या अंग की भाषा और संस्कृति के साथ खिलवाड़ नहीं है ? आपके कार्यकाल में अंगिका अकादमी बनी, वह लुंज पुंज क्यों है और उसका अध्यक्ष क्यों नहीं है ? अंगिका पढ़े लिखे छात्र- छात्राएं भटक रहे हैं। क्योंकि बीपीएससी इसके लिए कोई रिक्तियां नहीं निकाल रही। भारत सरकार के पास आपकी सरकार ने यह सूचना नहीं भेजी कि अंगिका एक महत्वपूर्ण भाषा है और इसे एक कोड मिलना चाहिए। करोड़ों लोगों की भावनाओं के साथ खेल कर आप राजकाज नहीं चला सकते।
अंग की मिट्टी से प्यार – दुलार व उसकी अस्मिता की हिफाजत करने वाले लोगों ने दो टूक कहा कि आज के धरने का साफ़ संदेश है कि अंगवासी अंगिका की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उनकी फ़िलहाल पांच मांगें हैं- केंद्र सरकार अंगिका के लिए भाषा कोड निर्गत करे, एनसीईआरटी अपनी पुस्तक में संशोधन करे जिसमें अंग क्षेत्र को मिथिला में शामिल किया है, राज्य सरकार अंगिका अकादमी का अध्यक्ष नियुक्त करे, बीपीएससी द्वारा अंगिका शिक्षक की बहाली हो और यूजीसी अंगिका में नेट / जेआरएफ की परीक्षा करे। कुलमिलाकर, अंगिका क्षेत्र को एनसीईआरटी द्वारा मैथिल बताने की साजिशन मंशा का पुरजोर विरोध अंग क्षेत्र में शुरू हो चुका है।
इधर बताया गया कि शनिवार को आ रहे मुख्यमंत्री को कुछ साथी ज्ञापन देने जायेंगे। आगामी कार्यक्रम के लिए दो फ़रवरी को एक आम बैठक बुलाई जाएगी। धरना स्थल पर डॉ अमरेंद्र, सुधीर प्रोग्रामर, डॉ मनोज मीता, त्रिलोकी नाथ दिवाकर, देवज्योति मुखर्जी, शीतांशु अरुण, प्रसून लतांत, गौतम गर्जना, सत्यनारायण मंडल, सौरभ, गौरव , डॉ मनोज, डॉ अलका सिंह, डॉ उमेश नीरज, ललिता, नवज्योति, शंभु कुमार, सनोज कुमार , गौतम कुमार सुमन, किंशुक आनंद, नवनीत आनंद, पवन कुमार, शशिभूषण सिंह, सकलदेव सिंह, कृष्ण किंकर मंडल, अंगिका राय, प्रभाकर संजीत, बबीता, आनंद किशोर, सुधीर यादव आदि अनेक साथी सम्मिलित थे ।