भागलपुर /निवास मोदी
भागलपुर।केन्द्र सरकार द्वारा जातिवार जनगणना की गारंटी करने,
महंगाई पर रोक लगाने व खाद्य पदार्थों पर लगाये गये जीएसटी को वापस लेने,निजीकरण पर रोक लगाने के साथ निजी क्षेत्र में एससी,एसटी व ओबीसी को आरक्षण देने और
केन्द्र-राज्य के सभी रिक्त पदों पर अविलंब बहाली करने व अग्निपथ योजना वापस लेने की मांगों के साथ राष्ट्रीय ओबीसी दिवस के मौके पर आज भागलपुर स्टेशन चौक पर प्रतिवाद-प्रदर्शन व सभा का आयोजन किया गया।
इस मौके पर सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के गौतम कुमार प्रीतम और बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) के सोनम राव ने कहा कि जातिवार जनगणना का सवाल ओबीसी के लिए सामाजिक न्याय हासिल करने के रास्ते में आगे का दरवाजा खोलने के लिए जरूरी है.मंडल कमीशन ने भी जातिवार जनगणना की जरूरत को रेखांकित किया था.लेकिन केन्द्र सरकार जातिवार जनगणना से भागकर सामाजिक न्याय विरोधी रवैया अख्तियार कर रही है.राज्य सरकार द्वारा जाति आधारित गणना कराना केन्द्र सरकार द्वारा जातिवार जनगणना का विकल्प नहीं है.
इस मौके पर सामाजिक न्याय आंदोलन(बिहार) के शंकर बिंद और बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) के मिथिलेश विश्वास ने कहा कि 7 अगस्त 1990 को ही बी.पी. सिंह की केन्द्र सरकार ने मंडल आयोग की कई अनुशंसाओं में एक अनुशंसा-सरकारी नौकरियों में 27 प्रतिशत आरक्षण को लागू करने की घोषणा की थी.देश की 52 प्रतिशत ओबीसी आबादी के लिए यह ऐतिहासिक दिन है.इसे आज राष्ट्रीय ओबीसी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है.
बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) के प्रवीण कुमार यादव और अनीश कुमार आनंद ने कहा कि केन्द्र सरकार की अंबानी-अडानी पक्षधर नीतियों के कारण महंगाई व बेरोजगारी चरम पर है.इस सरकार ने खाद्य पदार्थों पर भी जीएसटी लगा दिया तो दूसरी तरफ सेना में भी स्थायी भर्ती के बदले अब ठेका पर भर्ती की अग्निपथ योजना लागू कर दी है.
बहुजन स्टूडेंट्स यूनियन(बिहार) के सतीश कुमार ने कहा कि केन्द्र सरकार निजीकरण के जरिए रोजगार के स्थायी व सुरक्षित अवसरों को खत्म कर रही है तो दूसरी तरफ केन्द्र-राज्य के लाखों रिक्त पदों पर नियुक्ति नहीं कर रही है.
आज के इस कार्यक्रम में विजय दास,संजय यादव,अभिषेक,राजीव,
दीपक,सुमन,महेश अम्बेडकर,वीरेंद्र गौतम,प्रीतम कुमार,कुंदन पासवान,विक्रम पटेल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे