

नवगछिया: अनुमंडलीय अस्पताल में सोमवार रात अफरा-तफरी मच गई, जब भवानीपुर निवासी एक युवक को गंभीर हालत में इलाज के लिए लाया गया। युवक ने पति-पत्नी के विवाद के कारण जान देने की कोशिश की थी। युवक की पहचान टिंकू कुमार पिता अवधेश शर्मा उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई ।
परिजनों के अनुसार, वे रात 9:30 बजे युवक को अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन समय पर एंबुलेंस सुविधा नहीं मिल सकी। अस्पताल परिसर में 20 मिनट तक परिजन चीखते-चिल्लाते रहे, मगर कोई ठोस मदद नहीं मिली। एंबुलेंस कंट्रोल रूम ने फोन पर घायल की जानकारी लेने में 6 मिनट लगाए, लेकिन इसके बावजूद रेफर होनें के बाद एंबुलेंस को अस्पताल के गेट तक पहुंचने में 20 मिनट का समय लग गया।
मौके पर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर राकेश झा ने घायल को आपातकालीन कक्ष में प्राथमिक उपचार दिया। हालांकि, स्थिति गंभीर होने के कारण उन्होंने मरीज को मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान अस्पताल परिसर में तनावपूर्ण माहौल बना रहा। परिजन और स्थानीय लोग अस्पताल की लचर व्यवस्था से खासे नाराज नजर आए। उनका कहना था कि अगर मरीज को समय पर उपचार मिलता तो उसकी हालत और नहीं बिगड़ती।
गौरतलब है कि अब एंबुलेंस सेवा के लिए 102 नंबर पर कॉल करनी होती है। इस प्रक्रिया में पहले कंट्रोल रूम 6 मिनट तक जानकारी लेता रहा, उसके बाद एंबुलेंस अस्पताल के गेट पर पहुंची और मरीज को मायागंज अस्पताल भेजा गया। स्थानीय लोगों ने अस्पताल प्रशासन से स्वास्थ्य सेवाओं में तत्काल सुधार की मांग की है।
