भागलपुर के ड्रग विभाग की टीम ने रेमडेसीविर इंजेक्शन के कालाबाजारी करने के आरोप में डॉक्टर विकास शर्मा के कंपाउंडर पिंटू को टीम ने रेमडेसीविर इंजेक्शन के स्टॉक प्वाइंट मुकुल ट्रेडर एजेंसी से गिरफ्तार किया। जहां यह युवक कोरोना से मृत हुए व्यक्ति के नाम पर इंजेक्शन लेने पहुंच गया था। जिसकी सूचना दवा एजेंसी ने ड्रग विभाग को दी।
जिसके बाद ड्रग विभाग की टीम ने पहुंच कर युवक को गिरफ्तार किया। वही ड्रग इंस्पेक्टर का कहना है कि युवक पल्स हॉस्पिटल मैं कोरोना से मृत्यु हुए व्यक्ति का चिट्ठा लेकर आया था, और सुई की मांग कर रहा था। युवक से पूछताछ के क्रम में पता चला है कि यह बाजार में ऊंचे दाम पर इस सुई को बेचता।
लेकिन उससे पहले ही यह ड्रग विभाग के हत्थे चढ़ गया। वहीं अब ड्रग विभाग की टीम पल्स हॉस्पिटल पर भी मामला दर्ज कर छानबीन में जुट गई है। वही यह कंपाउंडर जहां काम करता था उस डॉक्टर के बारे में भी जानकारी इकट्ठा कर रही है कि कहीं वह भी तो नहीं इस धंधे में शामिल थे। टीम ने कोतवाली थाने में गिरफ्तार युवक और पल्स हॉस्पिटल के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है।