नवगछिया – चकरामी निवासी रिटायर्ड जेसीओ शशिधर शर्मा हत्याकांड मामले में गठित एसआइटी आरोपी चंदन शर्मा व अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. सभी आरोपी अपने अपने ठिकाने से फरार बताए जा रहे हैं. इधर रिटायर्ड जेसीओ शशिधर शर्मा का दाह संस्कार गुरुवार को नारायणपुर घाट पर किया गया है. घटना के बाद से परिजन गहरे सदमे में हैं. मृतक के पोतियों ने बताया कि मां के चले जाने बाद बाबा ने ही उनलोगों को सहारा दिया था और किसी भी चीज की कमी नहीं होने दी. सभी कहती हैं कि हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
इधर शशिधर शर्मा के आस पड़ोस के लोगों ने बताया कि अवकाशप्राप्त हो जाने के बाद जब शशिधर शर्मा की जिंदगी बड़ी खुशहाल थी. अपने पोते पोतियों के साथ वे घर पर रहते थे लेकिन गृहस्थ जीवन का आनंद ले रहे थे. लेकिन पांच साल पहले उनकी जिंदगी में चंदन शर्मा तूफान बन कर आया था. इसके बाद से लड़ाई झगड़े और केस मुकदमे में ही दिन बीत रहे थे. जबकि वे अपना अंतिम समय को शांतिपूर्वक तरीके से जीना चाहते थे. लेकिन अंततः वर्षों तक जान की परवाह न कर देश की सेवा करने वाले श्री शर्मा अंततः अपने परिवार को बचाने के लिए लड़ते रहे और अंततः उनकी दर्दनाक हत्या कर दी गयी.
पांच साल पहले तैयार हो गयी थी घटना की पृष्ठभूमि
मृतक के परिजन कहते हैं कि पड़ोसी चंदन शर्मा और संजय शर्मा की पत्नी प्रेमलता देवी आपत्तिजनक अवस्था मे देखे गए थे, जिसका संजय शर्मा ने विरोध किया तो चंदन और अन्य आरोपियों ने उस पर जानलेवा हमला किया. इसी मामले की प्राथमिकी भवानीपुर ओपी थाने में दर्ज की गयी थी, जिसके बाद चंदन को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था. यही मामला न्यायालय में विचाराधीन है. जिसमें 25 अप्रैल को रिटायर्ड जेसीओ शशिधर शर्मा की गवाही होनी थी और घटना के दिन उनके पुत्र की गवाही हुई थी. वे अपने पुत्र के साथ नवगछिया कचहरी गए थे और गवाही होने के बाद वापस घर जाने के क्रम में उनकी हत्या कर दी गयी. पांच वर्ष पहले की घटना के बाद चंदन शर्मा अक्सर अपने घर से फरार रहता था तो दूसरी तरफ संजय शर्मा की पत्नी भी चंदन के साथ ही गांव से कहीं बाहर रहने लगी थी.
लोग बताते हैं कि इस प्रेम संबंध के चक्कर मे फंस कर सिर्फ शशिधर शर्मा का ही परिवार बर्बाद नहीं हुआ, वरन चंदन ने भी अपनी जिंदगी को बर्बाद कर लिया. जेल से निकलने के बाद वह प्रेमलता के साथ गांव से बाहर रहने लगा और पूरी तरह से गलत सोहबत में फंस गया. मृतक के पुत्र श्री शर्मा ने कहा कि संजय की पत्नी अपने पांच बच्चों को छोड़ कर बाहर रह रही है. ऐसी स्थिति में कुछ दिन भागलपुर के फेमली कोर्ट में संजय ने तलाक की अर्जी दी है, मामला विचाराधीन है. गांव के लोग इस हत्याकांड की बाबत तरह तरह की चर्चा कर रहे हैं. इधर खरीक के थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने कहा कि जल्द भी हत्याकांड में शामिल सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा.