- 13 दिसंबर 2022 को हुई थी रितेश उर्फ निकेश यादव की हत्या
- इन दिनों इलाके का कुख्यात सुपारी किलर बन गया था ब्रजेश
नवगछिया – भवानीपुर निवासी रितेश उर्फ निकेश यादव के चर्चित हत्याकांड में फरार चल रहे कुख्यात अपराधी सुपारी किलर बज्रेश यादव उर्फ नट्टा को पुलिस ने खगड़िया जिले के महेशखूंट से गिरफ्तार कर लिया है. मालूम हो कि 13 दिसंबर 2022 को भवानीपुर गांव में फोटो कॉपी की दुकान पर रितेश उर्फ निकेश यादव की गोली मार कर हत्या भाड़े के शूटरों ने कर दी थी. घटना के बाद से ही एसपी नवगछिया द्वारा गठित एसआईटी द्वारा ब्रजेश की गिरफ्तारी के लिये सघन छापेमारी की जा रही थी. गिरफ्तारी के संदर्भ में नवगछिया पुलिस कार्यालय में एसपी सुशांत कुमार सरोज ने पत्रकारों को विस्तार से जानकारी दी है. नवगछिया के एसपी ने बताया कि रितेश की हत्या पुरानी रंजिश में कर दी गयी थी. बता दे कि मृतक बनिया वैसी के मुखिया पति भवानीपुर निवासी कुमोदी यादव का सगा भाई था और कुमोदी क साथ ब्रजेश की पुस्तैनी अदावत है.
मालूम हो कि कुमोदी यादव के आवेदन पर ब्रजेश यादव उर्फ नट्टा, राजेश कुमार सहित अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया था. पुलिस इस मामले में कहलगांव थाना क्षेत्र के सौर गांव से दिलखुश कुमार यादव, भवानीपुर निवासी राजेश कुमार और आनंद कुमार उर्फ गोलू को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन मुख्य आरोपी ब्रजेश यादव फरार चल रहा था. जिसको अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दिलीप कुमार के नेतृत्व में गठित एसआईटी लगातार छापेमारी कर रही थी. छापेमारी के क्रम में इस कांड के प्राथमिकी.
नामजद अभियुक्त ब्रजेश यादव को खगड़िया जिला के महेशखुंट से स्थानीय थाना के सहयोग से महेशखुट स्थित किराये के मकान में छिपे हुए अवस्था में गिरफ्तार किया गया. नवगछिया एसपी सुशांत सरोज ने बताया कि पुरानी रंजिश के कारण निकेश यादव की हत्या ब्रजेश के द्वारा की गई थी पूछताछ के दौरान ब्रजेश ने बताया कि उसके भाई और पिता की हत्या हुई थी इसी प्रतिशोध के कारण उसमें निकेश की हत्या की है वही पूछताछ के दौरान ब्रजेश यादव ने कई अन्य राज भी पुलिस के समक्ष रखे हैं. जिस पर पुलिस काम कर रही है. एसपी ने कहा कि रितेश की हत्या में दो अन्य अपराधी फरार चल रहे हैं, जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मुनिल की विरासत संभाल रहा बज्रेश बन गया है आतंक का पर्याय
मालूम हो कि भवानीपुर गांव में चल रही अदावत में अब तक मुख्य आरोपी ब्रजेश के परिवार के सात लोगों की हत्या कर हो चुकी है. मुनील पहलवान की विरासत को संभाल रहे बज्रेश महज पांच वर्षों में आतंक का पर्याय बन गया है. वर्ष 2017 में ब्रजेश ने लगातार दो सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दिया. इसमें भवानीपुर के डीलर हत्या कांड के अलावा टावर चौक पर हुई हत्या शामिल है. जबकि वर्ष 2018 में हुए नगरह के पंसस सुनील शर्मा हत्याकांड में भी ब्रजेश का नाम मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया था. गोपालपुर थाना क्षेत्र में भी करीब दो वर्ष पहले हुई एक हत्या में ब्रजेश का नाम सामने आया था.
सूत्र बताते हैं कि इन दिनों ब्रजेश सुपारी किलर के रुप में अपराध की दुनियां में सक्रिय हो गया था. कहा जा रहा है कि कुछ ऐसे भी वारदात हुए हैं, जिसमें ब्रजेश पर किसी का शक नहीं गया था. लेकिन वह मुख्य शूटर घटना में संलिप्त रहा है. पुलिस को ब्रजेश के खतरनाक गिरोह का पता तब चला था जब पिछले वर्ष तीन आरोपी हत्याकांड के वारदात को अंजाम देने से पूर्व रेकी करते हुए नवगछिया कचहरी परिसर के आस पास से हथियार के साथ पकड़े गए थे. तीनों ने पुलिस को बताया था कि ब्रजेश के नेतृत्व में वे लोग किसी झाबो नाम के व्यक्ति की हत्या करने के लिए रेकी कर रहे थे. अगस्त से ही नवगछिया पुलिस को ब्रजेश की तलाश थी लेकिन वह पुलिस से बचता रहा और अंततः उसने 13 दिसंबर को कुमोदी यादव के भाई की हत्या कर दी.