जनप्रतिनिधि और आम जनों के धरने का भी नहीं हुआ कोई असर
आक्रोशित ग्रामिणों ने लगवाया थे डेंजर जोन का पोस्टर
नवगछिया : जनप्रतिनिधि के धरने के बाद पदाधिकारी का आश्वासन भी फेल हो गया। कड़ाके की ठंड के बीच जिला परिषद व ग्रामीणों का धरना दिया हुआ भी बेकार हो गया क्योंकि धरना तोड़वाने के समय जो आश्वासन दिया गया था उसके एक साल बाद भी कोई कार्य नहीं हुआ । कहते हैं वक्त के आईने में हर तस्वीर बदलती रहती है लेकिन अगर कुछ नहीं बदला तो वे है इस्माइलपुर की जर्जर सड़के, जो बीते 3 वर्ष पूर्व गंगा के भीषण बाढ़ के चपेट में आ जाने से पूरी तरह जर्जर हो गई है। इन सड़कों की बदहाली का आलम यह है कि बाढ़ में क्षतिग्रस्त होने के बाद आज तक इन सड़कों पर विभाग के द्वारा गिट्टी, पत्थर तो छोड़िए मिट्टी तक भी नहीं डाली गई है। लिहाजा यह सड़क वर्षों से अपनी बदहाली का रोना रो रहे हैं। अब तक इन सड़कों पर सिर्फ आश्वासनों की हीं मरहम पट्टी लगती रही है। जबकि इस इलाके की एक बड़ी आबादी इन जर्जर सड़कों पर आवागमन करने को मजबूर है और इंतजार है इन सड़कों को अपने उद्धारक का जो इनके शक्ल ओ सूरत का कायाकल्प कर सके।
एक वर्ष पुर्व धरने पर बैठे थे क्षेत्र के जिला परिषद सदस्य के साथ सैकड़ों लोग।
बीते वर्ष 8 फरवरी को इस्माइलपुर प्रखंड के जिला परिषद सदस्य विपिन मंडल के साथ सैकड़ों ग्रामिणों के साथ अनुमंडल कार्यालय नवगछिया के प्रांगण में बैठकर धरना प्रदर्शन किया था और इस धरने में इस्माइलपुर प्रखंड के वैसे विभिन्न सड़कों का मरमतीकरण और निर्माण कार्य की मांग रखी गई थी जो पिछले दो वर्षों से बाढ़ के कारण जर्जर हो चुके थे।
खोखली साबित हुईं ग्रामीण कार्य विभाग के पदाधिकारीयों का आश्वासन।
नवगछिया अनुमंडल कार्यालय के प्रांगण में धरने पर बैठे जिला परिषद सदस्य एवं अन्य लोगों को ग्रामीण कार्य विभाग के पदाधिकारी के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि 3 महीने के अंदर सभी सड़कों का मरम्मतीकरण किया जाएगा एवं सड़कों का भी निर्माण कार्य किया जाएगा। परंतु आश्वासन के 1 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी आज तक इन सड़कों की स्थिती में कोई सुधार नहीं हुआ, जिससे यह सड़क और ही जर्जर हो गया। लिहाजा ग्रामीण कार्य विभाग के पदाधिकारी का दिया गया आश्वासन खोखली साबित हुई।
एक वर्ष पुर्व हीं आक्रोशित ग्रामिणों ने लगवाए थे डेंजर जोन का पोस्टर।
वर्ष 2023 के फरवरी माह में सोशल मीडिया पर एक फोटो बहुत तेजी से वायरल हो रहा था, जो एक पोस्टर का था। जिस पर डेंजर जोन लिखा हुआ था। यह पोस्टर इस्माइलपुर प्रखंड क्षेत्र के सभी चौक चौराहों पर लोगों के द्वारा देखा जा रहा था और अभी भी यह पोस्टर लगा हुआ है जो ग्रामीण कार्य विभाग के निकम्मेपन को दर्शा रहा है। इस पोस्टर में निवेदक के रूप में इस्माइलपुर प्रखंड के जिला परिषद सदस्य विपिन मंडल का फोटो लगा हुआ है। पोस्टर पर लिखा था “ग्रामीण कार्य विभाग के पदाधिकारी का इस्माइलपुर प्रखंड क्षेत्र में घोषणा माना है” साथ ही इस पर लिखा था “क्षेत्र के जनमानस से अपील है कि आप सावधानी पूर्वक सफल करें आगे बड़ी-बड़ी गड्ढे हैं, असुविधा के लिए खेद है।”
कहते हैं जिला परिषद सदस्य – बिपिन मंडल
दो वर्ष पूर्व में आए बाढ के कारण प्रखंड की ज्यादातर सड़कें जर्जर हो चुकी है। प्रखंड को लक्ष्मीपुर गाँव से जोड़ने वाली सड़क हो या सुद्दन टोला की हो या फिर छट्ठुसिंह टोला की सड़क हो, हर सड़क में बेहद जीर्णावस्था में हैं । विभाग को कई बार जनप्रतिनियों के द्वारा प्रत्यक्ष रुप से मिलकर या फिर आवेदन देकर इसकी स्थिति से अवगत कराया गया। परन्तु आश्वासन के सिवा आज तक कुछ भी नहीं मिला। कुछ सड़के मेंटनेस में भी रहने के बावजूद काम प्रारंभ नही हो पाया है । आक्रोशित ग्रामीणों ने जब देखा कि विभाग अनदेखी कर रहा है तो चौक चौड़ाहे पर पोस्टर लगाना हीं बेहतर समझा ।