नवगछिया। वित्त विभाग, बिहार, पटना के (व्यय) सचिव दीपक आनंद के द्वारा कोषागार कार्यालय भागलपुर एवं जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र (डीआरसीसी) भागलपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पेंशनरों की समस्या को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए संबंधित सभी मामलों का त्वरित निष्पादन का निदेश वरीय कोषागार पदाधिकारी देवेन्द्र कुमार को दिया।
साथ ही उनके द्वारा ओबी सस्पेंश, अंकेक्षण आपत्तियाँ, मासिक वेतन विपत्र, मासिक लेखा प्रेषण, उच्च न्यायालीय मामलों, मुद्रांक, बज्रगृह की सुरक्षा, कर्मियों की उपस्थिति एवं उनके कार्यों के बारे में विस्तृत समीक्षा की गई। कोषागार कार्यालय के कार्य प्रणाली पर उनके द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गई। उन्होंने विपत्रों को ससमय पारित करने एवं विपत्रों को पारित करते समय वित्तीय नियमों का दृढ़तापूर्वक अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश कोषागार कर्मियों को दिया।
उन्होंने जिला भविष्य निधि पदाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद मोची को मिसिंग क्रेडिट को शून्य करने का निर्देश दिया। उक्त अवसर पर सहायक कोषागार पदाधिकारी कुन्दन कुमार सुमन भी उपस्थित थे। सचिव (व्यय) द्वारा डीआरसीसी भागलपुर का भी निरीक्षण किया गया। वहाँ उन्होंने नोडल पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (योजना एवं लेखा) बविता कुमारी, जिला योजना पदाधिकारी मोनू कुमार एवं सहायक महाप्रबंधक के साथ बिहार स्टूडेन्ट क्रेडिट कार्ड योजना की समीक्षा की।
उन्होंने प्रतीक्षा कक्ष में प्रतीक्षारत आवेदिका एवं कॉउंटर पर खड़ी आवेदिका श्वेता भारती, ज्योति कुमारी एवं सुमन कुमारी से उनके कार्यों एवं समस्या आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। वे आधार कार्ड एवं पैन कार्ड कॉउंटर पर भी पहुँचे एवं वहाँ उपस्थित आवेदकों से उनके कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
डीआरसीसी के कार्यों से वे संतुष्ट दिखे। उनके द्वारा बिहार स्टूडेन्ट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना एवं कुशल युवा कार्यक्रम योजना में शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया। साथ ही लंबित आवेदनों के ससमय निष्पादित करने हेतु निदेशित किया गया। उक्त अवसर पर क्षेत्रीय योजना पदाधिकारी जनार्दन कुमार सिंह एवं अन्य उपस्थित थे।