- सड़क एवं बांध पर सिसकियां ले रही है दर्जनों गांव के हज़ारों बाढ़ पीड़ित परिवार
- बाढ़ पीड़ितों को अब तक न ही पॉलीथिन सीट मिला न ही सूखा राशन
नवगछिया : गंगा एवं कोसी नदी के जल स्तर में हुई वृद्धि के बाद जहां अनुमंडल के दर्जनों गांव के लो बाढ़ का दंश झेल रहे हैं. घर मे बाढ़ का पानी घूस जाने के बाद से हजारों परिवार सड़क एवं बांध पर अपने बाल बच्चों के साथ खाना बदोश की जिंदगी जीने को विवश हैं. पिछले एक सप्ताह से लोग बाढ़ की पीड़ा झेल रहे हैं लेकिन इसके बाद भी बाढ़ का दंश झेल रहे बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन स्तर से कोई सहयोग नहीं मिला है. बाढ़ पीड़ित परिवारों को प्रशासन स्तर न तो अब तक सूखा राशन मिला है न ही पॉलीथिन सीट का वितरण किया गया है. पीड़ितों के लिए न ही आस्थाई शौचालय की व्यवस्था की गई है न ही शुद्ध पेयजल के लिए चापाकल की व्यवस्था की गई है. बाढ़ पीड़ितों को सहायता प्रदान करने एवं सूखा राशन मुहैया कराने के दावे पिछले पांच दिनों से अधिकारियों के कागजी कार्रवाई एवं अधिकारियों की बैठक में ही उलझी हुई है. बाढ़ पीड़ितों को सुविधा मुहैया कराने का वरीय पाधिकारियो के आदेश के बाद भी सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है. बाढ़ राहत की सरकारी सुविधाओं से वंचित बाढ़ पीड़ित अव्यवस्था के बीच सड़को पर रहने को विवश हैं.
- सड़को व बांधो पर सिसक रही है हजारों जिंदगियां
गंगा एवं कोसी नदी की बाढ़ के प्रभावित हजारों परिवार सरकारी सहायता नहीं मिलने से सड़क एवं बांध पर हजारों जिंदगी सिसकियां भर रही है. इन विकट परिस्थिति में कोई भी बाढ़ पीड़ितों को सुध लेने वाला नहीं है. रंगरा प्रखंड के मदरौनी पंचायत में आई कोसी नदी की बाढ़ से एक हजार परिवार बेघर होकर सड़को पर रहने को विवश हैं. पंचायत के मुखिया अजीत सिंह उर्फ मुन्ना सिंह कहते है कि एक हजार से अधिक परिवार बाढ़ से प्रभावित है लेकिन किसी को भी कोसी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं प्रदान की गई है। कोसी नदी की बाढ़ से नवगछिया प्रखंड के पकरा टोला, भरोसा सिंह टोला, ठाकुर जी कचहरी टोला, गुरु स्थान, ढोलबज्जा दियरा सहित अन्य गांव के सैकड़ों परिवार बाढ़ का दंश झेल रहे हैं. लेकिन इन बाढ़ पीड़ितों को किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली है. खरीक प्रखंड के लोकमानपुर, सिहकुंड गांव भी कोसी की बाढ़ से प्रभावित हैं. पीड़ित परिवार बांध एवं सड़को पर सड़क लिए हुए हैं. नारायणपुर प्रखंड के तेलडीहा , बिहपुर के कहारपुर, गोविंदपुर, मुसहरी के हजारों परिवार बाढ़ से प्रभावित होकर खाना बदोश की जिंदगी जी रहे हैं. इसके अलावा गंगा नदी की बाढ़ से इस्माइलपुर प्रखंड के कई गांव बाढ़ का दंश झेल रहे हैं. अनुमंडल के सात हजार से अधिक बाढ़ पीड़ित परिवार अव्यवस्था के बीच अपनी किश्मत पर आंशु बहा रहे हैं.
- एसडीओ ने दो दिनों के अंदर बाढ़ पीड़ितों को सुविधा मुहैया कराने के दिए थे निर्देश
एसडीओ मुकेश कुमार ने 28 जुलाई को सभी सीओ के आठ बाढ़ को लेकर बैठक की थी. स्थिति से अवगत होने के बाद उन्होंने सभी सीओ को बाढ़ पीड़ितों के बीच तत्काल सूखा राशन वितरण करने का निर्देश दिया था. लेकिन उनके निर्देश के बाद भी बाढ़ पीड़ितों के बीच अबतक किसी प्रकार की सहायता प्रदान नहीं की जा सकी है.
- बाढ़ पीड़ितों को दिया जा रहा है सूखा राशन : एसडीओ
नवगछिया अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के बीच पॉलीथिन सीट व सूखा राशन वितरण शुरू कर दिया गया है. तेलडीहा, कहारपुर, लोकमानपुर में सुखा राशन का वितरण किया गया है. एसडीओ ने कहा कि अनुश्रवण समिति से बनाई गई सूची के आधार पर वितरण हो रहा है. तेलडीहा में सीओ को सूची बनाने के भेजा गया है. जिन लोगो के घरों में बाढ़ का पानी आया है उन लोगों को प्रशासन स्तर से सूखा राशन मुहैया कराया जाएगा. कदवा एवं मदरौनी में भी बाढ़ पीड़ितों की सूची तैयार की जा रही है.