नवगछिया : मिथिलांचल के मधुश्रावणी व्रत का समापन गुरुवार को पूरे विधि विधान से संपन्न हुई। इस व्रत में ससुराल पक्ष से पूजन सामग्री एवं खीर भोग की व्यवस्था की जाती है.
वहीं एहबातियों के बीच सुहाग के रूप में मेहंदी, दर्पण, कंधी, तेल, सिंदूर, चुड़ी फल व मिठाई बांटी जाती है. नवविवाहिता काजल, रूही, अंशिका, पूजा, रानी आदि ने बताया कि पूजा के अंत में पान के पत्ते से नवविवाहिता की आंखें मूंदकर जलती बत्ती से शरीर पर स्पर्श कराकर सुपारी से दबा दिया जाता है. ऐसा मान्यता है कि शरीर पर टेमी दागने से पति-पत्नी का बंधन मजबूत होता है.