बिहार में शराबबंदी पर सवाल उठाने वाले चिराग के समर्थन में उतरे राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी। शिवानंद तिवारी खुलकर लोजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के समर्थन में खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में चुनाव नहीं कराने के साथ-साथ शराबबंदी पर भी चिराग ने जो सवाल खड़ा किया है, वह बहुत ही वाजिब है।
श्री तिवारी ने आरोप लगाया है कि राज्य में शराबबंदी के सच से राज्य में कौन अवगत नहीं है। सरकार ने पहले गांव-गांव में शराब की दुकान खुलवा दी और जब लोग इसके सेवन के आदी हो गये तो शराबबंदी की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि इसे नियंत्रित करना चाहिए था। शराब खराब है। लेकिन अचानक इस प्रकार बंद करना कठिन है।
उन्होंने चुनाव नहीं कराने के चिराग के स्टैंड का भी समर्थन किया है। साथ ही कहा है कि कोराना को लेकर एक भय का महौल बना हुआ है। राज्य के मुखिया खुद इतने डरे हैं कि महीनों से चौखट से बाहर नहीं निकले। ऐसे में चुनाव कराना उचित नहीं है।
क्या कहा था लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर राज्य में पूर्ण शराबबंदी पर सवाल खड़ा किया था। चिराग ने सीएम को लिखे पत्र में कहा कि शेखपुरा के जिस व्यक्ति ने मेरे पिता रामविलास पासवान और मुझे जान मारने की धमकी दी थी, वह शराब के नशे में था। इसका मतलब साफ है कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद बिक्री हो रही है। लोजपा अध्यक्ष ने कहा है कि शराबबंदी सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। इसके बावजूद शराब की बिक्री सरकार के दावों पर प्रश्न खड़ा करती है। वहीं लोजपा प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पत्र में पूरी घटनाक्रम की गंभीरता से जांच कराने की भी मांग की है। साथ ही कहा है कि उनलोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो लोग राज्य में शराब बन्दी को विफल बनाने का प्रयास कर रहे हैं।