


भागलपुर जिले में संभावित हीट वेव (लू) और सुखाड़ से निपटने को लेकर समीक्षा भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने की, जबकि वरीय पुलिस अधीक्षक हृदय कांत भी मौजूद रहे। बैठक में सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि जिले के सभी अस्पतालों में हीट वेव से संबंधित आवश्यक दवाएं, ओआरएस, आइस पैक और एसी युक्त आइसोलेशन वार्ड की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों और विद्यालयों में आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से ओआरएस पैकेट की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया।
जल संकट की आशंका को देखते हुए पीएचइडी के कार्यपालक अभियंताओं को 25 अप्रैल तक जिले के सभी चापाकलों को मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया। शिक्षा विभाग को भी स्कूलों में लगे चापाकलों को दुरुस्त कराने का आदेश मिला।

जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि पशुओं के इलाज हेतु दवा सहित एंबुलेंस सेवा सक्रिय रखी जाए और सभी कैटल ट्रफ (नाद) में नियमित रूप से पानी की आपूर्ति हो। यदि कहीं पानी की समस्या है, तो पीएचईडी को तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया।
जिला पंचायत राज पदाधिकारी को निर्देश मिला कि हीट वेव के दौरान क्या करें, क्या न करें—इस विषय पर पंपलेट तैयार कर जनप्रतिनिधियों के माध्यम से गांव-गांव तक वितरण कराया जाए। बस और छोटे वाहनों में भी पानी और ओआरएस रखने की व्यवस्था हो।
प्रभारी जिला जनसंपर्क पदाधिकारी को सोशल मीडिया, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से नियमित रूप से प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया गया, ताकि लोग जागरूक रहें और हीट वेव के दौरान सावधानी बरत सकें।
बैठक में यह सलाह दी गई कि हीट वेव से बचने के लिए खाली पेट न रहें, धूप में नंगे पांव न चलें, बच्चों को गाड़ी में अकेला न छोड़ें, भोजन से पहले हाथ धोएं, दस्त और उल्टी होने पर ओआरएस का सेवन करें, मौसमी फल और तरल पदार्थ का अधिक सेवन करें, शीतल पानी से स्नान करें, ढीले और हल्के कपड़े पहनें तथा जरूरी हो तो छतरी और धूप का चश्मा लगाकर ही घर से बाहर निकलें।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हृदय कांत ने कहा कि दोपहर में बाहर निकलने से बचें और सुबह अथवा शाम को अपने कार्य निपटाएं। उन्होंने पुलिस वाहनों में भी पानी और ओआरएस की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के व्यापक प्रचार-प्रसार पर बल दिया।

बैठक में सभी विभागों को सतर्क रहने और हीट वेव व सुखाड़ से निपटने के लिए पूर्ण तैयारी रखने के निर्देश दिए गए।