ढोलबज्जा: चाइनीस मार्शल आर्ट्स के नेशनल खिलाड़ी नवगछिया प्रखंड के कोसी पार पकरा टोला कदवा निवासी गणेश राम के पुत्र संतोष कुमार को रविवार के दिन उनके आवास पर सेफ एंड सिक्योर ऑनलाइन मार्केटिंग (सेफ शॉप) के लीडरों ने सम्मानित किया है. जहां टीम के लीडर दिलीप साह ने पुष्पमाला, सूरज कुमार ने अंग वस्त्र व नवीन कुमार निश्चल ने बुके देकर संतोष कुमार को सम्मानित करते हुए कहा है कि- संसाधनों व आधारभूत संरचनाओं की कमी के बाद भी संतोष ने अपनी प्रतिभा के बल पर जिले व राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं. संतोष को सम्मानित कर रहे लीडरों में गुलशन कुमार, गौरव कुमार गुडडू, विपिन कुमार व विवेक कुमार के साथ दर्जनों ग्रामीणों लोग भी उपस्थित थे.
पहली बार में ही संतोष ने ले आया था नेशनल मेडल
फाइटिंग स्पर्द्धा में पहली बार स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा 20 दिसंबर 2011 के जम्मू कश्मीर में आयोजित जूनियर विशू प्रतियोगिता में भाग लेकर कांस्य पदक जीत लिया था. इस खेल के बालक वर्ग प्रतियोगिता में बिहार की ओर से इस पदक को जीतने वाला एकमात्र पहला खिलाड़ी संतोष हीं है. यह ऐसी उपलब्धि है, जिस पर किसी को भी गर्व हो सकता है. पदक जीतने के बाद जब संतोष में नए उत्साह का संचार हुआ तो उन्होंने इसमें लगातार परिश्रम कर ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व कर कई मेडल जीते हैं. संतोष कुमार बताते हैं कि उन्हें 2012 में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में सम्मानित किया है. 2014 में भागलपुर के डीएम नर्मदेश्वर लाल व सांसद शाहनवाज हुसैन, मुंबई बॉलीवुड अभिनेत्री सोनल सदगल व रजनीश दुग्गल, कश्मीर के गवर्नर, 2016 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, बिहार के खेल मंत्री सुखदा पांडे व खेल में अन्य प्रेसिडेंसी से भी सम्मानित हो चुके है. फिर भी उन्हें सरकार की ओर से इस खेल को आगे बढ़ाने में मदद नहीं मिल पा रही है, ना हीं इसके लिए राज्य में कहीं स्टेडियम का निर्माण हो पाया है. जिससे लोग इस आत्मरक्षा की कलात्मक विद्या को सीख अपने आप को सुरक्षित महसूस कर पाए. संतोष काफी गरीब व भूमिहीन परिवारों में से है.
उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने से वह गरीब के घर गुनगान का होकर भी उसके सारे सपने एक छोटी-सी टूटी खपरैल के घर में सिमट कर रह गई है. अपने जिले व राज्य का मान बढ़ाने वाला संतोष कुमार के उपर आजतक किसी पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों का भी ध्यान नहीं पड़ा है, जिससे कि उसे एक आवास योजना तक का भी लाभ मिल सके और वह अपने जीवन में आगे बढ़कर अपने सपना को सकार कर इस चाइनीज मार्शल आर्ट्स (विशू) खेल में अपने जिले का नाम रौशन करते रहे. अभी संतोष पूर्वी चंपारण के केमरीज इंटरनेशनल एकेडमी में खेल प्रशिक्षक सह कोच के रूप में हैं. जहां तलवारबाजी में भी वह चंपारण के डीएम से सम्मानित हुआ है.