निभाष मोदी, भागलपुर।
भागलपुर सुलतानगंज के अजगैबीनाथ धाम मे विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला मे महज डेढ़ माह शेष रहने पर प्रशासनिक तैयारी शुरू हो गई हैं ।साथ ही स्थानीय. दुकानदारों. ने भी कांवर कि दुकानें सहित अन्य दुकानदारों ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दिया है। दुकानदारों ने बताया कि 2 साल से श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होने से 5 लाख रुपये से भी अधिक का नुकसान हो चुका है।
जिसके कारण इस बार कावड़ियों के जुड़े सामानों को अधिक स्टॉक नहीं किए हैं। मेला चलने के बाद ही सामानों का थोक विक्रेता से खरीदारी की जाएगी। कई दुकानदारों ने बताया है कि मेला में कांवरियों के चलने के बाद ही हम लोग दुकान में दुकानदारी को लेकर सामानों की खरीदारी करेंगे ।वही प्रशासनिक स्तर पर मेला को लेकर तैयारी शुरू कर दिया गया है। 30 जून तक हर हाल में तैयारी पूरी कर लिए जाने का निर्देश पदाधिकारियों ने सभी कर्मियों को दिया। जिसको लेकर सभी विभाग प्राक्कलन बनाकर तैयारी को जमीनी स्तर पर शुरू करने का रणनीति बना लिया है ।नगर परिषद द्वारा धर्मशाला का रंग रोगन बाईपास सड़क मरम्मत नाला की उड़ाई शहीद अजगैबीनाथ मंदिर पुल पर निर्माण युद्ध से किया जा रहा है। कार्यपालक पदाधिकारी अभिनव कुमार ने बताया कि निर्धारित सारा कार्य पूरा कर लिए जाने का निर्देश सभी कर्मियों को दिया गया है।
कांवरियों के सुविधा को लेकर नगर परिषद पुरी तरह तत्तपर है। बाहर से आने वाले दुकानदारों ने अपना जमीन चिन्हित करना शुरू कर दिया है। और कपड़ों और डिब्बा का दुकान सजने लगे है ।लोगों में काफी उत्साह है ।श्रावणी मेला चलने को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग भी अपनी तैयारी तेज कर दिए हैं ।बताते चलें की श्रावणी मेला में मुस्लिम समुदाय के लोग भी काफी संख्या में अपनी भागीदारी निभाते हैं। और कांवरिया से जुड़े सामानों की बिक्री कर उनकी सेवा करते हैं। कई मुस्लिम समुदाय ने बताया कि साबुन सहित मछली भी खाना छोड़ देते हैं ।और कांवरियों की सेवा करते हैं।
मेला के दौरान एक सौ करोड़ से अधिक की कारोबार होता है। जिसके कारण लोगों का आर्थिक मजबूती बनती है 2 साल से मेला नहीं लगने के कारण इन लोगों का आर्थिक स्थिति काफी नकसान हो गया है।दुकानदार कर्ज में डूब गए हैं ।इस बार श्रावणी मेला लगने से कर्ज से मुक्ति मिलेगी। कई पंडा ने बताया कि 2 साल से मेला नहीं चलने के कारण हम लोगों का घर की हालत काफी खस्ता हो गया था। इस बार श्रावणी मेला चलेगा तो कर्ज से मुक्ति मिलने कि आस जगी हैं। ।