महादेवपुर गंगा घाट पर चुस्त दुरुस्त व्यवस्था करने की अपील की
नवगछिया। भागलपुर जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी द्वारा अनुमंडल, प्रखंड व अंचल अधिकारियों को श्रावणी मेला में आने वाले श्रद्धालुओं के सुविधाओ को लेकर कई तरह के दिशा निर्देश दिया गया है। श्रद्धालुओं के सुरक्षा के लिए हर तरह से व्यवस्थित रहने को कहा गया है बावजूद इसके डीएम के इस आदेश को ख़रीक अंचलाधिकारी अव्हेलना कर रहे हैं। जिसका खामियाजा महादेवपुर गंगा घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ रहा है।
मामले को लेकर राघोपुर सरपंच प्रमोद मंडल ने भागलपुर आयुक्त को लिखित आवेदन देकर महादेवपुर गंगा घाट की कुव्यवस्था से अवगत कराया है। आवेदन में लिखा है कि खरीक अंचल के द्वारा 11 जुलाई 2024 को अतिक्रमणकारियों को नोटिस निर्गत मात्र दिखावटी दिखाकर अमानत में खयानत साबित कर दिया। हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा तक विभिन्न जिलों से हजारों श्रद्धालु गंगा स्नान एवं जल भरने के लिए महादेवपुर गंगा घाट आते हैं। राघोपुर के बगल में ही हाई लेबुल लत्तीपुर-बिहपुर 14 नंबर सड़क मुख्य मार्ग है, सैकड़ों गांव वासियों का एकमात्र यही एक सड़क है।
ज्ञात हो कि मौजा राघोपुर भूमि पर छोटी अलालपुर नन्हकार वासियों के द्वारा जमीन अतिक्रमण कर लिया गया है। अंचल खरीक के द्वारा अतिक्रमणकारियों को नोटिस निर्गत कर प्रथमतः तीन दिनों में अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर निर्गत किया परंतु अंचलाधिकारी कुछ विचोलियो के इशारों पर अपने मन मुताबिक अवैध राशि प्राप्त कर अतिक्रमण की कार्यवाई स्थगित कर दिया। लिखा है कि पद एवं प्रतिष्ठा का दुरुपयोग किया गया है। जबकि नवगछिया एसडीओ उत्तम कुमार स्वयं सड़क का निरीक्षण करने पहुंचे थे जहां ख़रीक सीओ, बीडीओ को निर्देश दिया गया था कि रास्ता खाली किया जाए।
परंतु आजतक रास्ता खाली नही हुआ स्थिति यह है कि गंगा घाट से लेकर पानी मे भी दुकानदारों ने दुकान खड़ा कर लिया है। जिससे श्रद्धालुओं को आने जाने में भारी परेशानी होती है। गंगा के किनारे खड़ा रहने या गंगा स्नान करने के लिए प्रवेश के लिए जगह तक नहीं है। सरपंच ने कहा, प्रशासन सजग रहता तो डूबने की घटना शायद टल सकती थी। सरपंच ने कहा यहां उच्चाधिकारियों के आदेश की हवा हवाई हो गई। सरपंच ने भागलपुर आयुक्त से महादेवपुर गंगा घाट पर श्रद्धालुओं के लिए चुस्त दुरुस्त व्यवस्था करने की गुहार लगाया।